होली से पहले ही बेलगाम हवाई किराया, दिल्ली से पटना 17 हजार, मुंबई से दरभंगा 20000 के पार
15 फरवरी को दिल्ली से दरभंगा का अधिकतम विमान किराया साढ़े सत्रह हजार हो गया है। वहीं दिल्ली से पटना का अधिकतम किराया सवा सत्रह हजार है। मुंबई से दरभंगा का किराया 20081 रुपए है। जो सामान्य दिनों से कई गुना ज्यादा है।
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बिहार आने-जाने वाले यात्रियों को बेमौसम बेलगाम हवाई किराया चुकाना पड़ रहा है। सामान्यत: होली या दिवाली के आसपास दिल्ली या मुंबई से बिहार आने वाले विमानों का किराया आसमान छूता था, लेकिन इस बार होली से एक महीने पहले ही दिल्ली से पटना या दरभंगा आने का विमान किराया तीन से चार गुना तक पहुंच गया है। अन्य शहरों की भी लगभग ऐसी ही स्थिति है। हालांकि पिछले साल इसी सीजन में एक दो दिन पहले मुंबई या दिल्ली से पटना की टिकट आधे दाम में उपलब्ध थी। मुंबई दरभंगा और दिल्ली पटना मार्ग का भी यही हाल था।
15 फरवरी को दिल्ली से दरभंगा का अधिकतम विमान किराया साढ़े सत्रह हजार हो गया है। इसी दिन इस मार्ग पर न्यूनतम किराया 13 हजार 198 रुपए है। सामान्य दिनों का यह किराया पांच से छह हजार है। 15 फरवरी को दिल्ली से पटना का अधिकतम किराया सवा सत्रह हजार हो गया है जबकि 15 फरवरी को इस मार्ग पर न्यूनतम किराया 10 हजार 409 रुपए है। सामान्य दिनों के किराया चार से पांच हजार के बीच रहता है। 16 फरवरी को मुंबई से पटना का किराया 18088 रुपए है। जबकि अधिकतम किराया 19 हजार 776 रुपए है।
सामान्य दिनों में किराया सात से आठ हजार के बीच रहता है। वहीं इसी दिन मुंबई से दरभंगा का किराया 20081 रुपए है। सामान्य दिनों में इस मार्ग पर किराया सात से आठ हजार रहता है। बेंगलुरु से पटना का किराया 16 फरवरी को 23 हजार 40 रुपए है। सामान्य दिनों में यह किराया पांच से छह हजार रहता है। बेंगलुरु मार्ग पर किराये की स्थिति तीन मार्च के आसपास सामान्य हो रही है। तीन मार्च को बेंगलुरु पटना का किराया न्यूनतम 9705 रुपये है।
दिल्ली से पटना मार्ग पर 26 फरवरी के बाद राहत दिख रही है। 27 फरवरी को दिल्ली से पटना का किराया 52 सौ के आसपास है। मुंबई-पटना मार्ग पर भी 24 या 25 फरवरी के आसपास आयोजन किराये में आधे से ज्यादा की कमी दिख रही है। कोलकाता-पटना हवाई मार्ग पर 25 फरवरी से हवाई किराया चार हजार से नीचे आया है। इससे पहले किराया पांच से छह हजार तक हवाई मार्ग का किराया है।
यात्रा विशेषज्ञ बताते हैं कि कुंभ मेले से ट्रेनों पर बढ़े भीषण दबाव का यह असर है। ट्रेनों में आरक्षित टिकट लेकर भी लोग यात्रा से वंचित हो जा रहे हैं। वहीं जो ट्रेन की बोगी के घुस भी गए तो यात्रा की फजीहत झेल रहे हैं। इस वजह से विमानों की बुकिंग की मांग बढ़ी है। ऐसे में मनमाना किराया वसूलकर विमानन कंपनियां इस मौके को भुनाने में लगी हैं। दूसरी बात पटना से प्रयागराज के लिए सीधी विमान सेवा नहीं है। ऐसे में लोग पहले दिल्ली पहुंच रहे और फिर विमान से पटना आ रहे हैं।