BPSC आंदोलन: सिर्फ कांग्रेस और लेफ्ट का राजभवन मार्च, तेजस्वी की राजद के विधायक कहां रह गए?
- बीपीएससी की परीक्षा दोबारा कराने की मांग के समर्थन में पटना में कांग्रेस और वामपंथी दलों के राजभवन मार्च में महागठबंधन की अगुआ पार्टी राजद के नेता और विधायक नहीं शामिल हुए।
बिहार लोक सेवा आयोग की 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा दोबारा कराने की मांग के समर्थन में कांग्रेस और तीनों वामपंथी दलों के नेताओं ने मंगलवार को राजभवन मार्च किया। महागठबंधन में शामिल चार दलों के विधायक और कुछ सांसद मार्च में ना सिर्फ शामिल हुए बल्कि पटना पुलिस की घेराबंदी को तीन बार तोड़कर राजभवन के पास तक पहुंचे। बाद में पुलिस एक प्रतिनिधिमंडल को गाड़ी में राजभवन लेकर गई। लेकिन महागठबंधन के अगुआ राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता या विधायकों का मार्च में शामिल नहीं होना चर्चा का विषय बन गया है। 13 दिसंबर को ली गई बीपीएससी परीक्षा के बाद से ही छात्र-छात्राओं का आंदोलन चल रहा है। राजद नेता तेजस्वी यादव अपनी यात्रा के बीच में एक रात उनसे मिलने पटना लौटे थे।
राजभवन मार्च से राजद के दूर रहने की वजह से महागठबंधन में मतभेद की अटकलों पर पार्टी के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने लाइव हिन्दुस्तान से कहा कि अलायंस में कोई मतभेद नहीं है। उन्होंने कहा कि पार्टी के नेता तेजस्वी यादव की यात्रा चल रही है और पार्टी के नेता उसमें व्यस्त हैं। शक्ति यादव ने इससे पहले संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि राजद ने बीपीएससी अभ्यर्थियों के आंदोलन को नैतिक समर्थन दिया है। उन्होंने आरोप लगाया था कि राज्य सरकार अभ्यर्थियों की मांगों पर चुप्पी साधे है।
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राजद प्रवक्ता ने बीपीएससी मसले पर सरकार की बेरुखी पर हमला बोलते हुए कहा कि तेजस्वी यादव के दो पत्रों का सरकार ने जवाब तक नहीं दिया है। शक्ति सिंह यादव ने भाजपा नेताओं द्वारा बीपीएससी कैंडिडेट्स से गड़बड़ी के सबूत मांगने की निंदा की और सवाल उठाया कि क्या बिना सबूत के ही एक केंद्र की परीक्षा रद्द कर दी गई है।
तेजस्वी यादव ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर दो पोस्ट किए हैं। एक सीतामढ़ी दौरे की है और दूसरी भाजपा नेता और विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव के आवास पर उनके बेटे और बहू को शादी की 25वीं सालगिरह की बधाई देने की। तेजस्वी सोमवार को सीतामढ़ी में थे।