स्विस सोना की नेपाल के रास्ते भारत में स्मगलिंग, बिहार सम्पर्क क्रांति से डीआरआई ने 18 करोड़ का माल पकड़ा
तस्करी का स्विस सोना नेपाल के रास्ते बिहार लाया गया था। यहां से महाराष्ट्र ले जाने की तैयारी थी। इसी दौरान सोना के साथ तस्कर दबोच लिए गए। तस्करों ने अपना नाम विजय, हितेश उर्फ रितेश और राजेश बताया है।

बिहार के रास्ते विदेशी सोना का अवैध कारोबार देश में किया जा रहा है। डीआरआई की टीम ने बिहार सम्पर्क क्रांति एक्सप्रेस ट्रेन से भारी मात्रा में विदेशी सोना जब्त किया है। सोना लेकर जा रहे महाराष्ट्र के तीन तस्करों को छपरा के पास टीम ने ट्रेन में ही दबोच लिया। मुजफ्फरपुर डीआरआई की टीम ने तस्करों को शुक्रवार को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया। जब्त सोने की कीमत करीब 18 करोड़ बताई जा रही है। जांच एजेंसी तस्करों के गिरोह का पता लगाने में जुट गयी है।
तस्करी का स्विस सोना नेपाल के रास्ते बिहार लाया गया था। यहां से महाराष्ट्र ले जाने की तैयारी थी। इसी दौरान सोना के साथ तस्कर दबोच लिए गए। तस्करों ने अपना नाम विजय, हितेश उर्फ रितेश और राजेश बताया है। डीआरआई की टीम तीनों से पूछताछ के बाद अन्य तस्करों के ग्रुप को पकड़ने के लिए छापेमारी में जुटी है। डीआरआई सूत्रों के अनुसार तस्कर नेपाल से सोने की बड़ी खेप लाए थे। ट्रेन व अलग-अलग मार्गों से खेप हाजीपुर लाई गई। यहां से महाराष्ट्र के तीनों तस्करों को सोना सौंपने की तैयारी थी।
तस्करों ने सोने को बड़ी चालाकी के साथ बैग में छिपाया गया था। बैग के नीचे के हिस्से में सोना छिपाकर ऊपर से सामान भर दिया गया था। उसके बाद स्मगलर बिहार सम्पर्क क्रांति से निकले। नेपाल बॉर्डर इलाके से ही पीछा कर रही डीआरआई की टीम ने छपरा के पास कार्रवाई की। डीआरआई सूत्रों ने बताया कि लंबे समय बाद नेपाल रूट पर सोना पकड़ा गया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक तस्करों का बड़ा गिरोह नेपाल के रास्ते बिहार होते हुए देश के अन्य राज्यों में तस्करी का सोना खपा रहा है। भारी मात्रा में सोना बरामदगी के बाद एजेंसी तत्परता से कार्रवाई में जुट गई है। गिरफ्तार तस्करों का फॉरवार्ड और बैकवार्ड लिंकेज खंगाला जा रहा है।