बिहार में सीटों पर सस्पेंस बरकरार, बीजेपी और जेडीयू की लिस्ट का इंतजार, महागठबंधन में तकरार
लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बिहार में सस्पेंस बना हुआ है। बीजेपी और जेडीयू ने अभी तक लिस्ट नहीं जारी की है। वहीं, आरजेडी चुपके से सिंबल बांट रही है, जिससे महागठबंधन में तकरार है।
लोकसभा चुनाव के आगाज के सप्ताहभर बाद भी बिहार में उम्मीदवारों को लेकर रहस्य बना हुआ है। मतदाता और पार्टियों के कार्यकर्ता व्याकुल हैं कि किस दल ने किन्हें कहां से प्रत्याशी बनाया। नुक्कड़ से लेकर बाजार और पार्टी दफ्तरों में भी अटकलों का दौर जारी है। आरजेडी द्वारा दर्जनभर प्रत्याशियों को सिम्बल बांटे जाने और सीपीआई एवं सीपीएम द्वारा एक-एक सीट पर प्रत्याशी की घोषणा से महागठबंधन में तकरार है। उधर, एनडीए में एक-एक सीट पाने वाली हम और आरएलएम के उम्मीदवार घोषित हो चुके हैं। दोनों दलों के मुखिया क्रमश: जीतनराम मांझी और उपेन्द्र कुशवाहा ने अपने लिए टिकट लिया है। लेकिन 17 सीट पाने वाली बीजेपी, 16 सीट वाली जेडीयू और 5 सीट वाली पार्टी लोजपा रामविलास की ओर से भी उम्मीदवारों का ऐलान होना बाकी है।
आरजेडी के रुख से कांग्रेस पार्टी में खासतौर से बेचैनी अधिक देखी जा रही है। पूर्व राज्यपाल एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता निखिल कुमार तथा उनके समर्थक औरंगाबाद में प्रत्याशी उतारने को लेकर आरजेडी से खफा हैं। निखिल कुमार ने शनिवार को कहा कि पार्टी अनुमति दे तो वह चुनाव में उतरने को तैयार हैं। उन्होंने आरजेडी पर गठबंधन धर्म का पालन नहीं करने का भी आरोप लगाया।
लालू एवं तेजस्वी यादव से लगातार वार्ता में सीपीआई माले भी चार सीटों को लेकर अड़ी है। बताया जा रहा है कि उसे तीन सीट मिल रहे हैं और इससे पार्टी संतुष्ट नहीं है। माले सीवान सीट पर दोस्ताना संघर्ष की तैयारी में है तो कांग्रेस के कोटे में जाती दिख रही कटिहार सीट पर भी उसकी दावेदारी है।
कम से कम 9 सीटों पर अपने प्रत्याशी की चाहत रखने वाली कांग्रेस ने अपनी नजरें आरजेडी नेतृत्व पर लगाई हुई हैं। गुरुवार को ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि जल्द ही महागठबंधन में सीट बंटवारा हो जाएगा। लेकिन 48 घंटे बीत जाने के बाद भी सीट बंटवारे की घोषणा को लेकर आरजेडी खामोश है।
महागठबंधन में आरजेडी ड्राइविंग सीट पर
गौर हो कि महागठबंधन में आरजेडी ही बिहार में ड्राइविंग सीट पर है। दूसरी तरफ, शनिवार को आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद ने पार्टी के 13वें उम्मीदवार के रूप में अपनी पुत्री मीसा भारती को सिंबल दे दिया।
जेडीयू प्रत्याशियों के नाम साफ, ऐलान बाकी
एनडीए में जेडीयू कोटे की 16 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम साफ हो चुके हैं। पार्टी नेता तथा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने वर्तमान सांसदों तथा संभावित प्रत्याशियों से पिछले दो दिनों से मुलाकात भी कर रहे हैं। इस कड़ी में उन्होंने शनिवार को हाल ही जेडीयू में दोबारा आईं पूर्व सांसद लवली आनंद से भी मुलाकात की। लवली शिवहर से जेडीयू के सिंबल पर मैदान में उतर रही हैं। सीवान और सीतामढ़ी सीट पर यह दल नया प्रत्याशी दे रहा है। हालांकि अबतक जेडीयू ने अपने किसी प्रत्याशी की आधिकारिक घोषणा नहीं की है।
शनिवार को इस बाबत पूछे जाने पर वरिष्ठ जेडीयू नेता विजय कुमार चौधरी ने पत्रकारों से कहा कि 20 घंटे और इंतजार कीजिए, सबकुछ साफ हो जाएगा। उधर, बीजेपी की केन्द्रीय चुनाव समिति भी शनिवार को दिल्ली में बैठ रही है। माना जा रहा है कि शीघ्र ही लिस्ट सामने आएगी। लोजपा (आर) को भी अपने पांच प्रत्याशियों की घोषणा करनी बाकी है। हाजीपुर से चिराग पासवान के चुनाव लड़ने की घोषणा हो चुकी है।
पाला बदलने वालों की पौ बारह
उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) के प्रदेश अध्यक्ष रमेश कुशवाहा अपनी पत्नी विजय लक्ष्मी कुशवाहा के साथ शनिवार को जेडीयू में आए और विजय लक्ष्मी सीवान से नीतीश की पार्टी से चुनाव लड़ने जा रही हैं। इससे पहले पूर्व सांसद लवली आनंद ने जेडीयू की सदस्यता लेकर शिवहर से मौका पाया है। पूर्व विधायक एवं गया जिला जेडीयू अध्यक्ष अभय कुशवाहा ने पार्टी छोड़कर आरजेडी की सदस्यता ली है। वे औरंगाबाद से आरजेडी के उम्मीदवार बने हैं। जाप प्रमुख पप्पू यादव ने तो पूर्णिया से कांग्रेस का टिकट पाने के लिए अपने दल का पार्टी में विलय ही कर लिया है। कई ऐसे भी नेता हैं जिन्होंने टिकट के लिए कई दलों में आवेदन दे रखा है।