नीतीश मंत्रिमंडल में पिछड़ों का बोलबाला; OBC कोटे से 12 मंत्री, जानिए सवर्ण-दलित वर्ग के कितने मंत्री?
नीतीश कैबिनेट में जातीय समीकरण का पूरा ख्याल रखा गया है। CM को छोड़कर अब 29 मंत्री हैं। 12 पिछड़ा-अतिपिछड़ा वर्ग से, सवर्ण समुदाय से 9, और दलित कोटे से 7 और अल्पसंख्यक कोटे से एक मंत्री है।
नीतीश मंत्रिमंडल का विस्तार संपन्न हो गया है। शुक्रवार शाम को राजभवन में 21 नए मंत्रियों ने शपथ ली। मंत्रिमंडल में एनडीए सरकार ने सामाजिक समीकरण का पूरा ख्याल रखा है। हालांकि इसमें पिछड़ों-अतिपिछड़ों का दबदबा है। मुख्यमंत्री को छोड़कर 29 मंत्रियों में पिछड़ा-अतिपिछड़ा कोटे से 12 मंत्री हो गए। जबकि सवर्ण समुदाय से 9 और दलित कोटे से 7 मंत्री बनाये गये हैं। एक अल्पसंख्यक कोटे से मंत्री बनाए गए हैं।
सवर्ण में चार राजपूत मंत्री बने
सामान्य कोटि से बने नौ मंत्रियों में सबसे अधिक चार राजपूत हैं। इनमें सुमित कुमार सिंह, लेसी सिंह, नीरज कुमार सिंह और संतोष सिंह हैं। दो भूमिहार में उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा और विजय कुमार चौधरी हैं। दो ब्राह्मण मंत्रियों में मंगल पांडेय और नीतीश मिश्रा जबकि एक मंत्री कायस्थ नितिन नवीन हैं।
चार पिछड़ा और आठ अतिपिछड़ा वर्ग से मंत्री बने
मंत्रिमंडल में पिछड़ा समुदाय से चार मंत्री हैं। इसमें उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के अलावा श्रवण कुमार, बिजेन्द्र प्रसाद यादव व जयंत राज हैं। जबकि अतिपिछड़ा कोटे से आठ मंत्रियों में डॉ. प्रेम कुमार, मदन सहनी, रेणु देवी, हरि सहनी, दिलीप कुमार जायसवाल, केदार प्रसाद गुप्ता, सुरेन्द्र मेहता व शीला मंडल हैं। वहीं, सात दलित मंत्रियों में संतोष कुमार सुमन, अशोक चौधरी, महेश्वर हजारी, सुनील कुमार, रत्नेश सदा, कृष्णनंदन पासवान व जनक राम हैं। जदयू नेता जमा खान अल्पसंख्यक कोटे से एकमात्र मंत्री हैं। उन्हें फिर से मंत्रिमंडल में जगह मिली है।
तीन महिलाओं को भी मिला मौका
मंत्रिमंडल में तीन महिलाओं को शामिल किया गया। इनमें जदयू कोटे से दो लेसी सिंह व शीला मंडल हैं। जबकि भाजपा कोटे से एकमात्र महिला रेणु देवी हैं। पिछली बार एनडीए सरकार में रेणु देवी उपमुख्यमंत्री थीं। इस बार उन्हें केवल मंत्री बनाया गया है। 2020 की एनडीए सरकार में भी ये तीनों महिला चेहरा थीं।
आठ विधान पार्षद बने मंत्री
राज्य मंत्रिमंडल में विधायकों के साथ ही विधान पार्षदों को भी जगह दी गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद विधान पार्षद हैं। सीएम के अलावा आठ विधान पार्षद मंत्री बने हैं। जिन विधान पार्षदों को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है उनमें उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, मंगल पांडेय, संतोष सिंह, हरि सहनी, दिलीप जायसवाल, संतोष सुमन, अशोक चौधरी व जनक राम हैं। विधान पार्षदों में भाजपा कोटे से छह, जदयू से एक तथा एक मंत्री हम पार्टी से हैं।