बड़े भाई की मौत के सदमे में 12 घंटे बाद बहन की भी मौत, परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
किशनगंज जिले में पोठिया प्रखंड के धोमनिया गांव में बड़े भाई की मौत के सदमे में महज 12 घंटे बाद छोटी बहन की भी जान चली गई। परिवार में कोहराम मच गया है।
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बिहार के किशनगंज जिले में कुछ ही घंटों के अंतराल में एक ही परिवार में दो लोगों की मौत हो गई। सबसे पहले बड़े भाई की हार्ट अटैक से जान गई। भाई की मौत का सदमा लगने से महज 12 घंटे के भीतर बहन ने भी दम तोड़ दिया। एक के बाद एक, दो मौतों से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। घर में कोहराम मच गया है। यह मामला पोठिया प्रखंड के धोमनिया गांव का है।
जानकारी के अनुसार धोमनिया निवासी राम नजर वर्मा (70) की सोमवार रात को हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। इस सदमे से उनकी छोटी बहन लक्ष्मणिया देवी (68) की भी मंगलवार सुबह जान चली गई। एक परिवार में दो मौत से परिजनो में कोहराम मचा है। राम नजर वर्मा की मौत की सूचना मिलते ही पूर्व विधायक सिकंदर सिंह सहित दर्जनों भाजपा कार्यकर्ता शोक संवेदना व्यक्त करने उनके घर पहुंचे। बताते चले कि राम नजर वर्मा के दादा ब्रह्माजीत वर्मा आजाद हिंद फौज के सिपाही रहे।
जानकारी के अनुसार तत्कालीन समय में वे नेताजी सुभाष चंद्र बोस के आजाद हिंद फौज में शामिल होकर रंगून प्रशिक्षण में चले गए थे। वर्ष1972 के दौरान तत्कालीन प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी ने वर्मा से पूर्णिया स्थित रानी पतरा शरणार्थी कैंप में लगाया था। उस दौरान 26 परिवारों को पोठिया के धोमानिया गांव में विस्थापित किया गया था।