अभ्यर्थियों के साथ अन्याय हुआ, तेजस्वी ने CM को खत लिख क्या कहा; 4 मांगें भी उठाई
सोशल मीडिया पर जारी बयान में उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने अभ्यर्थियों की मांगों पर विचार नहीं किया तो हम आंदोलनकारियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर उनकी लड़ाई लड़ेंगे।
बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को खत लिखा है। तेजस्वी यादव ने बिहार लोक सेवा आयोग की 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा में अभ्यर्थियों की समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री को पत्र लिख त्वरित समाधान की मांग की। गुरुवार को सोशल मीडिया पर जारी बयान में उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने अभ्यर्थियों की मांगों पर विचार नहीं किया तो हम आंदोलनकारियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर उनकी लड़ाई लड़ेंगे। एनडीए सरकार छात्रों के भविष्य और सपनों के साथ खिलवाड़ बंद करें।
इस खत में तेजस्वी यादव ने लिखा है कि आयोग की सर्वर में आई खामी के कारण फॉर्म भरने की आखिरी तारीख स 2-3 पूर्व में सर्वर के ठीक से कार्य नहीं करने के कारण लाखों अभ्यर्थी फॉर्म भरने से वंचित रह गए थे। यह उनके भविष्य और सतत् परिश्रम पर आघात है। स्वयं अपनी ही विफलता के लिए आयोग द्वारा फॉर्म भरने में असमर्थ रहे अभ्यर्थियों को ही उल्टे अगंभीर ठहरा देना अफसरशाही के अहंकार को दिखाता है। फॉर्म भरने के बाद भी अभ्यर्थियों को अभी तक पूरी परीक्षा पद्धति की जानकारी नहीं है, जो उनके लिए अन्यायपूर्ण है।
तेजस्वी ने रखी यह मांगें
- परीक्षा फॉर्म भरने के लिए अभ्यर्थियों को 5 अतिरिक्त दिए दिए जाएं, ताकि आयोग की नाकामी अथवा सर्वर की खामी के कारण जो अभ्यर्थी फॉर्म नहीं भर सकें, वो फॉर्म भर पाएं।
- आयोग 70वीं बीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा की तिथि को आगे बढ़ाएं, ताकि अभ्यर्थियों को पर्याप्त समय मिल सके।
- नॉर्मलाइजेशन पर अपनी नीति साफ की जाए। उचित होगा कि सामान्यीकरण की विवादित और अन्यायपूर्ण प्रक्रिया से बचा जाए।
- हमारी मांग है कि परीक्षा एक दिन, एक शिफ्ट, एक पेपर और एक पैर्टन में बिना लीक के हो
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