दस वर्षों पर आरक्षण की समीक्षा जरूरी, मोदी के मंत्री जीतन मांझी ने रिजर्वेशन पर कह दी बड़ी बात
जीतनराम मांझी ने कहा कि बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर ने कहा था कि 10 वर्षों में आरक्षण की समीक्षा होनी चाहिए, ताकि पता चले किस वर्ग को कितना लाभ पहुंचा है। इससे जो वर्ग पिछड़ा है,उसके विकास में मदद मिलेगी। हम सेक्युलर के संरक्षक जीतन मांझी ने पार्टी के सदस्यता अभियान की शुरुआत करते हुए ये बातें कही।
आरक्षण पर मचे सियासी घमासान के बीच नरेंद्र मोदी सरकार के एमएसएमई मंत्री और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के सुप्रीमो जीतन राम मांझी ने इस पर बड़ी बात कर दी है। बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की आड़ लेते हुए उन्होंने आरक्षण की समीक्षा की वकालत की है। पटना में पार्टी के सदस्यता अभियान के बाद जीतनराम मांझी ने मीडिया कर्मियों से बात की। इन दिनों देश भर में एससी एसटी आरक्षण में क्रीमी लेयर और उपवर्गीकरण पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी पर बहस चल रही है। इधर बिहार में 65 प्रतिशत आरक्षण सीमा को लेकर हलचल है। राजद समेत इंडिया गठबंधन में शामिल दल इसे संविधान की नौवीं अनुसूची में डालने की मांग कर रहे हैं। साल 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने आरक्षण नीति की समीक्षा बात कही तो राजनैतिक बवाल मच गया था। कई राजनैतिक दलों और जातीय संगठनों ने इसका कड़ा विरोध किया था। बीजेपी की इस चुनाव में करारी हार हुई थी।
पटना में जीतनराम मांझी ने कहा कि बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर ने कहा था कि 10 वर्षों में आरक्षण की समीक्षा होनी चाहिए, ताकि पता चले किस वर्ग को कितना लाभ पहुंचा है। इससे जो वर्ग पिछड़ा है,उसके विकास में मदद मिलेगी। हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा सेक्युलर के संरक्षक सह केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने शनिवार को पार्टी के सदस्यता अभियान की शुरुआत करते हुए ये बातें कही।
एम स्ट्रैंड रोड स्थित आवास पर उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी एससी एसटी आरक्षण में क्रीमी लेयर के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि 2015 से हमारी पार्टी चल रही है। आज विधानसभा, विधान परिषद और लोकसभा में प्रतिनिधित्व कर रही है। बिहार ही नहीं बल्कि झारखंड, मध्य प्रदेश, केरल, उत्तर प्रदेश, हरियाणा में पार्टी के कार्यकर्ता हैं।
चुनाव लड़ने वाले हरेक बूथ पर 50 सदस्य बनाएं
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संतोष कुमार सुमन ने कहा कि सभी पार्टी पदाधिकारी को सदस्य बनाना होगा। हवा हवाई से काम नहीं चलने वाला है। जो चुनाव लड़ना चाहते हैं, वे अपने विधानसभा क्षेत्र में प्रत्येक बूथ पर काम से कम 50 सदस्य बनाएं। जितने ज्यादा पार्टी के सदस्य होंगे, उतनी ही ज्यादा पार्टी की जड़ें मजबूत होंगी। प्रदेश अध्यक्ष सह विधायक डॉ. अनिल कुमार ने कहा कि सभी जिला अध्यक्षों को कम से कम 10 हजार सदस्य बनाना है।
नवंबर से जिला सम्मेलन
उन्होंने कहा कि जिस विधानसभा क्षेत्र में ज्यादा सदस्य होंगे, वहां से चुनाव लड़ने के लिए पार्टी दावेदारी करेगी। नवंबर से जिला सम्मेलन किया जाएगा। जिला सम्मेलन खत्म होने के बाद प्रखंड सम्मेलन और चिह्नित विधानसभा क्षेत्र में बूथ स्तर तक सम्मेलन किया जाएगा। संचालन सदस्यता प्रभारी अनिल रजक ने किया।