शराबबंदी पर सवाल उठाते हैं, शराब कंपनियों से 46 करोड़ का चंदा लेते हैं; तेजस्वी पर जेडीयू पर बड़ा हमला
जेडीयू एमएलसी और मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर तेजस्वी यादव पर बड़ा हमला बोला है। उन्होने आरजेडी पर शराब कंपनियों से पैसे लेने का आरोप लगाया है। जदयू एमएलसी ने कहा कि तेजस्वी यादव ने शराब कंपनियों से चुनावी चंदे तौर पर 46.64 करोड़ रुपये लिए थे।
नीतीश कुमार की जेडीयू ने लालू यादव की आरजेडी पर शराब बनाने वाली कंपनियों से पैसा लेने का आरोप लगाया है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता और विधानपार्षद नीरज कुमार, प्रदेश प्रवक्ता अंजुम आरा और हिमराज राम ने कहा कि लोकसभा चुनाव के समय विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने शराब कंपनियों से चुनावी चंदे तौर पर 46.64 करोड़ रुपये लिए थे।
शनिवार को जदयू दफ्तर में पत्रकारों से बात करते हुए प्रवक्ताओं ने कहा कि तेजस्वी यादव का शराबबंदी पर अनर्गल प्रलाप महज संयोग नहीं, बल्कि एक राजनीतिक प्रयोग है। वे सिर्फ राजनीति कर रहे हैं। उन्हें सामने आकर इस आरोप का जवाब देना चाहिए। वे बताएं कि आखिर उन्होंने शराब कंपनियों से करोड़ों रुपये क्यों लिये?
जेडीयू एमएलसी नीरज कुमार ने कहा कि जहरीली शराब से होने वाली मौतों पर राजनीतिक टीका-टिप्पणी करने से पहले नेता प्रतिपक्ष को एनसीआरबी का डाटा जरूर देख लेना चाहिए। राबड़ी देवी के शासनकाल (1999-2005) में जहरीली शराब से 456 मौत हुई। इस मामले में पूरे देश में बिहार का स्थान छठा था। इस नरसंहार की जिम्मेदारी लालू प्रसाद लेंगे, राबड़ी देवी लेंगी या तेजस्वी यादव लेंगे? यह राजद को स्पष्ट करना चाहिए।
जदयू नेता ने कहा कि नीतीश सरकार में जब शराबबंदी लागू नहीं थी तो बिहार आठवें स्थान पर था। तब 367 मौत हुई थीं, लेकिन शराबबंदी लागू होने के बाद बिहार 13वें स्थान पर आ गया। इस दौरान केवल 157 मौतें हुईं। इससे पहले नीरज कुमार ने तेजस्वी पर आय घोटाले का आरोप लगाया था। जिसके खिलाफ तेजस्वी ने आज जेडीयू एमएलसी को मानहानि कानूनी नोटिस भेजा है।