भारत में दलित, पिछड़े, आदिवासी सेकंड क्लास नागरिक हैं; राहुल गांधी बोले- पूरा सिस्टम खराब
राहुल गांधी ने बिहार के पटना में कहा कि दलित, पिछड़ा, आदिवासी, ईबीसी और महादलित जैसे वर्ग के लोग इस देश में सेकंड क्लास नागरिक हैं। उन्हें उचित सुविधाएं नहीं मिल पाती हैं।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बिहार की राजधानी पटना में सामाजिक सुरक्षा सम्मेलन को संबोधित करते हुए देश के सिस्टम पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भारत में दलित, पिछड़े, आदिवासी, ईबीसी, ओबीसी, अल्पसंख्यक ये सभी सेकंड क्लास नागरिक हैं। इसमें महिलाएं भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि अगर आप उच्च जाति के नहीं हैं, तो परेशानी का सामना करना पड़ता है। यही देश की सच्चाई है। राहुल गांधी ने तेलंगाना में हुई जाति जनगणना के आंकडों का उदाहरण देते हुए यह बात कही। उन्होंने देश भर में जाति जनगणना कराने का वकालत भी की।
पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल में सोमवार को कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा और आरएसएस जाति जनगणना कराने के खिलाफ हैं। क्योंकि यह सामाजिक एक्सरे है, इससे सच्चाई का पता चल जाएगा। किस जाति के लोगों के पास कितना धन है, कौन कहां बैठा है, ब्यूरोक्रेसी में कौन लोग हैं, किस जाति के लोग कहां जा रहे हैं, किन्हें रोका जा रहा है, यह सब जाति जनगणना से मिल जाएगा।
राहुल गांधी ने जाति जनगणना को क्रांतिकारी कदम बताया और कहा कि भले ही बीजेपी और आरएसएस के लोग इसके खिलाफ हैं, लेकिन अब कोई भी शक्ति इसे रोक नहीं सकती है। सिस्टम पर हमला बोलते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि देश की आबादी में 90 प्रतिशत से ज्यादा योगदान रखने वाले दलित, पिछड़े, ओबीसी, ईबीसी, महादलित और आदिवासी वर्ग के लोग उच्च पदों पर नहीं हैं। तेलंगाना में जाति गणना के आंकड़ों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि वहां पर बैंक से लोन लेने वाले सभी लोग उच्च वर्गों के हैं। अगर आप बड़ी कंपनियों की लिस्ट निकालकर देख लें, तो उसके मालिक से लेकर सीईओ और मैनेजमेंट टीम में भी दलित, पिछड़ा और आदिवासी वर्ग से कोई नहीं मिलेगा।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल ने कहा कि भले ही आप डॉक्टर, प्रोफेसर या कोई बड़े आदमी बन जाएं। मगर सिस्टम आपको आपका काम सही से नहीं करने देगा। अगर आप डॉक्टर हैं, दलित वर्ग से आते हैं और कोई अस्पताल खोलना चाहते हैं तो आपको लोन नहीं मिलेगा। बैंक से लोन मिल भी जाएगा तो ब्यूरोक्रेट अड़ंगा लगा देंगे। उन्होंने इस सिस्टम में सुधार की जरूरत बताई।