बालू, शराब और जमीन माफियाओं की संपत्ति होगी जब्त, कमेटी बना यूं होगा ऐक्शन
- इस सूची की पुलिस मुख्यालय के स्तर पर समुचित समीक्षा की जाएगी, इसके बाद इस पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। जिस अपराधी के खिलाफ पीएमएलए (धन शोधन निवारण अधिनियम) के तहत कार्रवाई करनी है, तो यह मामला ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) के पास जाएगा।
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बिहार में बड़े और कुख्यात अपराधियों के अलावा माफियाओं या सरगनाओं की पहचान कर इन पर कार्रवाई करने के साथ ही इनकी संपत्ति भी जब्त की जाएगी। इसके लिए केंद्रीय जांच एजेंसी और पुलिस महकमा की संयुक्त रूप से एक समन्वय कमेटी बनी है। कमेटी में पुलिस महकमा के आला अधिकारियों के अलावा सभी प्रमुख केंद्रीय जांच एजेंसियों के अधिकारी हैं, जो संयुक्त रूप से किसी अपराधी के मामले में समन्वय स्थापित करके कार्रवाई करेंगे। इसे अमलीजामा पहनाने के लिए सभी थानों को ऐसे 10 बड़े वांछित अपराधियों या माफियाओं की सूची देने के लिए कहा गया है।
इस सूची की पुलिस मुख्यालय के स्तर पर समुचित समीक्षा की जाएगी, इसके बाद इस पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। जिस अपराधी के खिलाफ पीएमएलए (धन शोधन निवारण अधिनियम) के तहत कार्रवाई करनी है, तो यह मामला ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) के पास जाएगा। परंतु इससे संबंधित सभी जानकारी पुलिस महकमा के स्तर से मुहैया कराई जाएगी। ताकि प्रक्रिया तेज गति से हो और इसमें किसी तरह की समस्या नहीं आए। यह समन्वय समिति ऐसे सभी अपराधियों की पूरी कुंडल तैयार करके आगे की कार्रवाई करेगी।
ओहदेदार भी इसकी जद में आएंगे
पिछले महीने पटना में केंद्रीय जांच एजेंसी और पुलिस महकमा के आला अधिकारियों के साथ समन्वय को लेकर बैठक हुई थी। इसमें इससे संबंधित रणनीति तैयार की गई थी। इसे अब अमलीजामा पहनाया जा रहा है। जल्द ही यह कमेटी पूरी तरह से कार्य करने लगेगी और ऐसे अपराधियों को चिह्नित कर समुचित कार्रवाई शुरू हो जाएगी। इसमें मुख्य रूप से बालू, शराब, भूमि माफिया के अलावा बड़े साइबर अपराधी गिरोह शामिल हैं। साथ ही इनकी मदद करने वाले ओहदेदार लोग भी इसकी जद में आएंगे।