खाना खाने नहीं आए गुरुजी, बच्चे बुलाने गए, कमरे में झांका तो उड़ गए सबके होश
जब खाना खाने शिक्षक अमन कुमार नहीं पहुंचे तो आवासीय विद्यालय के बच्चे उन्हें बुलाने आए। बच्चे के द्वारा आवाज लगाया गया। लेकिन कोई आवाज नहीं आया। दरवाजा नहीं खोल रहे थे तो आवासीय विद्यालय के छात्रों के द्वारा खिड़की खोला गया तो बच्चे ने देखा कि शिक्षक पंखे से लटके हुए थे।
बिहार के मधुबनी में एक शिक्षक ने अपने स्कूल के कमरे में खुदकुशी कर ली। घटना घोघरडीहा थाना क्षेत्र के आम्ही पंचायत के बनर झूला गांव की है। निजी विद्यालय शिक्षक अमन कुमार ने शुक्रवार को पंख से गमछा का फंदा लगाकर आत्महत्या कर लिया । वह सीतामढ़ी के रहने वाले थे। शिक्षक अमन कुमार विद्यालय परिसर में बने कमरे में ही रहते थे। कमरे में ही उनका सब पंखे से लटका मिला। स्कूल की सूचना पर पुलिस पहुंची और कार्रवाई की जा रही है।
शुक्रवार की रात जब खाना खाने शिक्षक अमन कुमार नहीं पहुंचे तो आवासीय विद्यालय के बच्चे उन्हें बुलाने आए। बच्चे के द्वारा आवाज लगाया गया। लेकिन कोई आवाज नहीं आई। दरवाजा नहीं खोल रहे थे तो आवासीय विद्यालय के छात्रों के द्वारा खिड़की खोला गया तो बच्चे ने देखा कि शिक्षक पंखे से लटके हुए थे। यह देखकर सभी बच्चों के होश उड़ गये। इसके बाद उन्होंने स्कूल के अपने प्राचार्य को इसकी जानकारी दी।
स्कूल के प्रिंसिपल ने इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी। थाना अध्यक्ष सर्वेश कुमार झा सूचना मिलते ही दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस इस मामले कानूनी कार्रवाई कर रही है। मृत शिक्षक के परिजनों को मामले की सूचना दे दी गयी है। पुलिस आत्महत्या के कारणों की छानबीन में जुट गई है। इस घटना से स्कूल में सनसनी फैल गई है।
स्कूल के प्रिंसिपल ने बताया कि अमन कुमार बच्चों के बीच काफी लोकप्रिय थे। उनका किसी से भी कटु संबंध नहीं था। पढ़ाने का रिकार्ड भी उनका अच्छा था।