थाने के हाजत में कैदी ने लगाई फांसी, दारोगा समेत तीन पुलिसकर्मी सस्पेंड
- मुन्ना साह ने गले में फंदा डालकर आत्महत्या कर ली।उसे कोर्ट वारंट के आधार पर गिरफ्तार किया गया था। एसपी ने दारोगा समेत तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है।
खबर बिहार के पूर्वी चंपारण जिले से है जहां थाने के हाजत में आत्महत्या के मामले में तीन पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी है जिसमें एक दारोगा भी शामिल है। मामला मोतिहारी शहर से सटे रघुनाथपुर थाना का है जहां हाजत में कैदी मुन्ना साह ने फंदा लगा आत्महत्या कर ली। इस मामले में एसपी ने दारोगा सहित तीन पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया है। पूरे कांड की जांच की जा रही है कि कैदी की आत्महत्या में पुलिस की ओर से किस स्तर पर लापहवाही बरती गई। कोर्ट से जारी वारंट के मामले में उसकी गिरफ्तारी की गयी थी। आरोप है कि वह अपनी पत्नी को भी प्रताड़ित करता था।
इस मामले में रघुनाथपुर थाने के दारोगा भीम सिंह, ओडी पदाधिकारी नंदनी कुमारी और हाजत ड्यूटी रहे चौकीदार आलोक कुमार को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही उन्हें तीन दिन के अंदर अपना स्पष्टीकरण देने को कहा गया है। एसपी ने उक्त कार्रवाई सदर डीएसपी जितेश पांडेय की जांच रिपोर्ट पर की है। जांच रिपोर्ट में सदर डीएसपी ने इन पुलिसकर्मियों के स्तर से लापरवाही बरते जाने की बात कही है। एसपी ने बताया कि काम में लापरवाही बरतने वालों को किसी भी हालत में छोड़ा नहीं जाएगा।
जानकारी के अनुसार बीते 5 जनवरी की रात करीब 8:37 बजे हाजत में युवक मुन्ना ने आत्महत्या कर ली थी। उसके खिलाफ कोर्ट से नन वेलबल वारंट जारी किया गया था। इसी के तहत उसे गिरफ्पतार कर थाने पर लाया गयाा था। उस पर पूर्व में पत्नी के साथ मारपीट करने के मामले में एफआईआर दर्ज था। गिरफ्तारी के बाद उसे थाने के हाजत में बंद रखा गया था। अगले दिन उसकी कोर्ट में पेशी होने वाली थी। लेकिन रात में ही मुन्ना साह ने गले में फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। एसपी की कार्रवाई से पुलिस डिपार्टमेंट में हड़कंप मच गया है।