सात निश्चय भूल गए नीतीश, 12 लाख नौकरियां चुनावी जुमला; प्रशांत किशोर का सीएम पर हमला
प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार ने 9 साल पहले सात निश्चय का वादा किया था। मगर उन पर जमीनी स्तर पर काम ही नहीं हुआ है। अपनी कुर्सी बचाने के चक्कर में मुख्यमंत्री उन्हें भूल गए हैं।
जन सुराज के सूत्रधार और चुनावी रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। पीके ने कहा कि नीतीश ने 2015 के विधानसभा चुनाव में जिन सात निश्चयों की घोषणा की थी, उन्हें कु्सी के बचाने के चक्कर में भूल गए हैं। नीतीश सरकार के 12 लाख लोगों को नौकरी देने के वादे को भी उन्होंने चुनावी जुमला बताया।
प्रशांत किशोर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि नीतीश के सात निश्चयों पर अब तक क्या काम हुआ, इस बारे में कोई हिसाब नहीं दिया गया है। मुख्यमंत्री ने बिहार के युवाओं से वादा किया था कि उनकी सरकार 18 से 35 साल के बीच के हर बेरोजगार को भत्ता देगी। इसके अलावा 1 करोड़ से ज्यादा परिवारों के बच्चों को 12वीं के आगे की पढ़ाई के लिए सस्ता कर्ज देने का वादा किया गया था।
पीके ने कहा कि बिहार सरकार के आंकड़ों के अनुसार पिछले 10 सालों में महज 9 लाख लोगों को ही इस योजना का फायदा मिला है। अब सीएम नीतीश 12 लाख नई नौकरियां देने का ऐलान कर रहे हैं, यह सिर्फ एक चुनावी जुमला है।
अगले साल बिहार विधानसभा चुनाव में नई पार्टी बनाकर एनडीए और महागठबंधन को टक्कर देने का ऐलान करने वाले प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार ने सात निश्चय के तहत नाली-सड़कों का पक्कीकरण करने का वादा किया था। गांवों में यह सबसे बड़ी समस्या है। हालत यह है कि अगर अभी गांव में जाएंगे, तो मालूम चलेगा कि 80 करोड़ की यह योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई। जमीन पर इस क्षेत्र में कोई काम नहीं हुआ है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।