बाढ़ में जनता तबाह सियासत में भिड़े नेता; लालू की बेटियां मीसा और रोहिणी ने नीतीश को खूब सुनाया
मीसा भारती और सारण लोकसभा क्षेत्र की पूर्व प्रत्याशी रोहिणी आचार्य ने बाढ़ का ठीकरा नीतीश कुमार पर फोड़ा है। मीसा भारती ने कहा कि बिहार में हर साल बाढ़ आता है। उम्मीद थी कि मुख्यमंत्री से लेकर विभाग के अधिकारी सजग रहेंगे। वहीं रोहिणी ने सरकार पर कुंभकर्णी नींद में सोने का आरोप लगाया है।
पड़ोसी देश नेपाल में भारी बारिश के बाद भारतीय क्षेत्र में पानी छोड़े जाने और कोसी तथा वाल्मीकिनगर बराजों से रिकार्ड पानी के डिस्चार्ज से बिहार में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी है। गंगा नदी के बाद कोसी और गंडक नदियां उफान पर हैं। राज्य की कई नदियां रौद्र रूप धारण कर चुकी हैं जिससे लाखों की आबादी पर आफत आ गई है। बाढ़ की आसन्न विभिषिका को देखते हुए जल अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गयी हैं। इस बीच बाढ़ पर सिसायसत भी शुरू हो गई है। राजद सुप्रीमो लालू यादव कि बेटियां मीसा भारती और रोहिणी आचार्या ने नीतीश कुमार पर लापरवाही का आरोप लगाया है। दोनों ने कहा है कि बाढ़ से आम जन परेशान हैं और सरकारी तंत्र कुछ नहीं कर रहा है।
पाटलिपुत्र सांसद मीसा भारती और सारण लोकसभा क्षेत्र की पूर्व प्रत्याशी रोहिणी आचार्य ने बाढ़ का ठीकरा नीतीश कुमार पर फोड़ा है। मीसा भारती ने कहा कि बिहार में हर साल बाढ़ आता है। हमे उम्मीद थी कि मुख्यमंत्री से लेकर संबंधित विभाग के अधिकारी इसे लेकर सजग रहेंगे। बाढ़ की समस्या से निपटने की तैयारी कर ली गई होगी। उन्होंने कहा कि जब मेरे संसदीय क्षेत्र पाटलिपुत्र में बाढ़ जैसे हालात बने तो मुख्यमंत्री और अधिकारी चुप हो गए। राज्य में लगातार पुल और पुलिए ध्वस्त हो रहे हैं लेकिन सरकार कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है। उन्होंने दावा किया कि राष्ट्रीय जनता दल के कार्यकर्ता क्षेत्र में बाढ़ के बीच फंसे लोगों को राहत पहुंचा रहे हैं।
सिंगापुर में रहने वाली लालू यादव की बेटी और रोहिणी आचार्या भी अपने क्षेत्र में देखी जा रही हैं। उन्होंने भी बाढ़ से तबाही को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा। कहा कि जब बिहार के कई जिले बाढ़ की चपेट में हैं तो मुख्यमंत्री और उनके अधिकारी कुंभकर्णी नींद में सो रहे हैं। और जब चुनाव का वक्त आएगा तो जग जाएंगे और लोगों के बीच वोट मांगने पहुंच जाएंगे। उन्हें चुनाव के समय भी सोते रहना चाहिए।
रोहिणी आचार्या ने बिहार में बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित किए जाने की मांग की। कहा कि बाढ़ की स्थिति भयानक है।इससे जो लोगों की क्षति हुई है उसका मुआवजा मिलना चाहिए। जिन लोगों के परिवार के सदस्यों की मौत हुई है उन्हें भी सरकारी लाभ दिया जाना चाहिए।