Hindi Newsबिहार न्यूज़Heavy flood in Kosi and Gandak 20 districts of bihar in high risk

कोसी-गंडक के रौद्र रूप से सहमा सीमांचल; किशनगंज, सुपौल समेत 20 जिलों पर बाढ़ से तबाही

आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार 13 जिलों के करीब 1.41 लाख की आबादी प्रभावित हुई है। बागमती के जलस्तर में बढ़ोतरी से शनिवार देर शाम सीतामढ़ी में बैरगनिया के रिंग बांध से दो जगहों पर रिसाव शुरू हो गया।

Sudhir Kumar हिन्दुस्तान, पटना/भागलपुर/मुजफ्फरपुर, हिटीSun, 29 Sep 2024 09:58 AM
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Bihar Flood: नेपाल में भारी बारिश और दोनों बराजों से रिकार्ड पानी के डिस्चार्ज से बिहार के सीमांचल में कोसी-गंडक ने रौद्र रूप धारण कर लिया है। इनमें पानी लबालब है। इसके कारण चंपारण से किशनगंज और सुपौल से कटिहार तक के 20 से अधिक जिलों में बाढ़ के हालात उत्पन्न हो गए हैं। निचले इलाके में तेजी से पानी फैलने भी लगा है। आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार 13 जिलों के करीब 1.41 लाख की आबादी प्रभावित हुई है। बागमती के जलस्तर में बढ़ोतरी से शनिवार देर शाम सीतामढ़ी में बैरगनिया के रिंग बांध से दो जगहों पर रिसाव शुरू हो गया। उधर, नेपाल के करवाना व धर्मपुर में बागमती का बांध टूट गया। इससे बैरगनिया के लोग भी दहशतजदा हैं।

शनिवार को रात 12 बजे कोसी में वीरपुर बराज पर 6.02 लाख क्यूसेक जबकि गंडक में वाल्मीकिनगर बराज पर जलस्राव 5.57 लाख क्यूसेक से ऊपर पहुंच गया। हालात से निपटने के लिए सरकार ने सभी संबंधित जिलों को अलर्ट कर दिया है। जल संसाधन विभाग में वार रूम का गठन किया गया है। प्रधान सचिव संतोष मल्ल ने खुद कमान संभाली है। यह वार रूम अगले 72 घंटे तक नदियों के प्रवाह, जलस्तर, तटबंधों की निगरानी करेगा। कोसी में 56 वर्षों के बाद , गंडक में 21 वर्षों बाद ऐसी उफान की आशंका है। कोसी में वर्ष 1968 में 5 अक्टूबर को जलस्राव 7.88 लाख क्यूसेक हो गया था। पहली बार कोसी का जलस्राव 7 लाख के पास पहुंचने के आसार हैं। गंडक का जलस्राव 2003 में 31 जुलाई को 6.39 लाख क्यूसेक पहुंचा था। 24 घंटे में कोसी का डिस्चार्ज 6.81 लाख व गंडक का 6 लाख से अधिक हो सकता है।

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कहां-कैसी स्थिति

● सुपौल जिले के पांच प्रखंड के सौ गांव में बाढ़ का पानी फैला

● सहरसा में सिमरी बख्तियारपुर और सलखुआ प्रखंड की 22 पंचायतों में भी बाढ़

● कोसी तटबंध के अंदर स्कूल और आंगनबाड़ी अगले आदेश तक बंद

● वाल्मीकनगर के हवाई अड्डा परिसर व 6 गांवों में घुसा पानी

● लौरिया में अशोक स्तंभ परिसर में सिकरहना का पानी घुसा

● पूर्वी चंपारण में 29 सितंबर तक सभी स्कूल बंद

● पश्चिम चंपारण के एसएसबी कैंप और एनएच-727 पर भी पानी

● गोपालगंज जिले के तटवर्ती 50 से अधिक गांवों में गंडक का पानी फैलने की आशंका

20 जिलों को किया अलर्ट

संभावित आपदा को देखते हुए जलसंसाधन विभाग ने 20 जिलों के जिला प्रशासन को अलर्ट किया है। इनमें पश्चिमी व पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सारण, वैशाली, शिवहर, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, किशनगंज, अररिया, पूर्णिया, कटिहार, सुपौल, सहरसा, मधेपुरा, मधुबनी, दरभंगा, खगड़िया, भागलपुर को आवश्यक कार्रवाई के लिए कहा गया है।

कोसी बराज पर चढ़ा पानी, भारत-नेपाल सड़क बंद

नेपाल में हो रही लगातार बारिश के कारण हालात गंभीर होते जा रहे हैं। कोसी बराज की सड़क पर शनिवार देर शाम पानी चढ़ गया। इससे आमलोगों की परेशानी बढ़ गई। आवागमन प्रभावित हो गया। बताया गया कि कोशिश करने के बावजूद गेट नंबर 21 पूरी तरह से खुल नहीं पाया है। इसी कारण गेट से टकराकर पानी बराज की सड़क पर फैल गया। गेट को पूरी तरह खोलने का प्रयास जारी है। इससे पहले नेपाल प्रशासन ने सड़क पर पानी फैलने के कारण इस सड़क पर आवाजाही बंद कर दी थी।

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