Hindi Newsबिहार न्यूज़पटनाRJD confusing Muslims JDU chalanged on Waqf law politics list 5 works for minorities

मुसलमानों को भ्रमित कर रहा राजद, वक्फ कानून सियासत पर JDU बोली- 5 काम गिना दें

  • उमेश कुशवाहा ने कहा कि अल्पसंख्यक हितों के नाम पर घड़ियाली आंसू बहाने वाली राजद सरकार ने 15 वर्षों के शासन में कोई ऐसा पांच काम नहीं किया, जिसे उपलब्धि के रूप में गिनाया जा सके।

Sudhir Kumar हिन्दुस्तान, पटना, हिन्दुस्तान ब्यूरोMon, 7 April 2025 07:21 AM
share Share
Follow Us on
मुसलमानों को भ्रमित कर रहा राजद, वक्फ कानून सियासत पर JDU बोली- 5 काम गिना दें

वक्फ बिल लोकसभा और राज्यसभा से पास होने और राष्ट्रपति से मंजूरी मिल जाने के बाद कानून में बदल चुका है। लेकिन इस पर सियासी संग्राम खत्म होती नहीं दिख रही। इसका विरोध करने वाली पार्टी राष्ट्रीय जनता दल(राजद) को जेडीयू ने बड़ी चुनौती दी है। जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने आरोप लगाया है कि राजद की राजनीति का आधार ही अल्पसंख्यकों को भ्रमित करना और उन्हें केवल वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल करना रहा है। अल्पसंख्यक हितों के नाम पर घड़ियाली आंसू बहाने वाली राजद सरकार ने 15 वर्षों के शासन में कोई ऐसा पांच काम नहीं किया, जिसे उपलब्धि के रूप में गिनाया जा सके। राजद का कहना है कि इस बिल को बिहार में लागू नहीं होने देंगे। तेजस्वी यादव ने कहा कि महागठबंधन की सरकार बनी तो इसे कुड़ेदान में डाल देंगे।

रविवार को जारी बयान में उमेश कुशवाहा ने कहा कि जब भी अल्पसंख्यकों के वास्तविक हितों की रक्षा और उनकी सशक्तीकरण की बात होगी, तब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम स्वर्ण अक्षरों में दर्ज किया जाएगा। बीते 19 वर्षों में नीतीश सरकार द्वारा उर्दू शिक्षकों की बहाली, मदरसा शिक्षकों को वेतनमान, मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक उद्यमी योजना, तालिमी मरकज़ की स्थापना तथा मदरसों के समुचित विकास जैसे ठोस कदम उठाए गए हैं।

ये भी पढ़ें:वक्फ कानून के खिलाफ कल सुप्रीम कोर्ट जाएगी आरजेडी, मनोज झा ने पूरा प्लान बताया

जदयू नेता ने बताया कि हमारी सरकार में अब-तक आठ हज़ार से अधिक कब्रिस्तानों की घेराबंदी कराई है, जो अल्पसंख्यक समुदाय के कल्याण के प्रति हमारे नेता की गहरी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। आगे भी सरकार इनके लिए बहुत कुछ करने वाली है। यह भी कहा कि वक्फ कानून से मुसलमानों कि हित कहीं से असुरक्षित नहीं रहेगा। हमारी पार्टी ने बिल में कई सुझाव दिया से मान लिया गया।

ये भी पढ़ें:वक्फ कानून पर विपक्षी में तालमेल की कमी? सीपीआई ने महागठबंधन की बैठक बुलाने कहा

दरअसल इसी साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सभी दल सतर्क हैं। अल्पसंख्यक(मुस्लिम) आबादी का वोट हासिल करने करने के लिए पार्टियों में होड़ मची है। मुसलमानों का हितैषी बताने में कोई किसी से पीछे नहीं रहना चाहता।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें