कोलकाता कांड से गुस्से में बिहार के डॉक्टर, राज्य के सभी अस्पतालों में आज ओपीडी सेवा ठप रहेगी
IMA के पूर्व पदेश अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार ने कहा कि सरकारी के साथ ही निजी और कॉरपोरेट अस्पतालों में भी ओपीडी सेवा बंद रहेगी। उन्होंने कहा कि ड्यूटी के दौरान चिकित्सकों पर लगातार हमले होते रहे हैं। चिकित्सकों की सुरक्षा के लिए सरकार की ओर से कोई कारगर कानून नहीं है।
पश्चिम बंगाल में महिला डॉक्टर के साथ हैवानियत के विरोध में बिहार के सभी अस्पतालों में शनिवार की सुबह 6 बजे से रविवार की सुबह 6 बजे तक ओपीडी सेवा और सामान्य कार्य ठप रहेंगे। इमरजेंसी सेवा चालू रहेगी। गंभीर मरीजों का इलाज होगा। कोलकाता में आरजी कर मेडिकल कॉलेज की पीजी छात्रा की दुष्कर्म के बाद हत्या के विरोध में चिकित्सक संघ ने यह फैसला लिया है। इसके पहले भी 14 अगस्त को अस्पतालों में ओपीडी सेवा ठप की गई थी। वेस्ट बंगाल में महिला डॉक्टर से हैवानियत पर बिहार के डॉक्टर काफी गुस्से में हैं। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक महिला डॉक्टर से बदमाशों ने पहले रेप किया और फिर हत्या कर दी। अपनी सुरक्षा को लेकर देश भर के डॉक्टर आन्दोलन पर उतर गए हैं।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के कार्य बहिष्कार की घोषणा का बिहार स्वास्थ्य सेवा संघ ने भी समर्थन किया है। शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस में आईएमए के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सहजानंद प्रसाद सिंह और पूर्व पदेश अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार ने कहा कि सरकारी के साथ ही निजी और कॉरपोरेट अस्पतालों में भी ओपीडी सेवा बंद रहेगी।
उन्होंने कहा कि ड्यूटी के दौरान चिकित्सकों पर लगातार हमले होते रहे हैं। चिकित्सकों की सुरक्षा के लिए सरकार की ओर से कोई कारगर कानून नहीं है। इसलिए पूरे देश के चिकित्सकों की सुरक्षा के लिए राष्ट्रीय स्तर पर कड़े कानून बने, ताकि डॉक्टर निर्भय होकर अपना कार्य कर सकें।
बिहार स्वास्थ्य सेवा संघ के महासचिव डॉ. रणजीत कुमार ने बताया कि संघ की कोर कमेटी की बैठक में आईएमए के ओपीडी बंद का समर्थन करने का निर्णय लिया गया है। स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा के लिए तुरंत केंद्रीय कानून लागू की जाए। मौके पर आईएमए के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. ए.एन राय, डॉ. अमिता सिन्हा, डॉ. सुनील कुमार, डॉ. संतोष कुमार सिंह, डॉ. महेश प्रसाद, डॉ. रोहित कुमार आदि मौजूद थे।