बदलेगी ग्रामीण बिहार की सूरत, गांवों में बनेगी टाउनशिप, क्या है सरकार का प्लान? मुखिया जी को यह जिम्मा
सरकार के प्लान के मुताबिक ग्रामीण टाउनशिप के लिए प्रगतिशील किसान और ग्रामीण मिलकर सोसाइटी का निर्माण करेंगे। जो इसकी व्यवस्था की निगरानी और अनुश्रवण करेगी। ग्रामीण टाउनशिप में प्राथमिक विद्यालय, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, कल्चरल सेंटर युक्त कम्युनिटी हॉल, व्यावसायिक बाजार आदि की व्यवस्था होगी।
बिहार में क्षेत्र विकास योजना से अब गांवों में टाउनशिप विकसित होगी। भागलपुर में इस पर काम शुरू हो गया है। जिले में इसके लिए 22.9 एकड़ जमीन की आवश्यकता बताई गई। योजना को लेकर जिला प्रशासन ने बुधवार को सभी 16 प्रखंड के प्रगतिशील मुखिया के साथ बैठक की। जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी की अध्यक्षता में हुई बैठक में बताया गया कि प्रगतिशील किसानों एवं ग्रामीणों के सहयोग से क्षेत्र विकास योजना के अंतर्गत गांव में टाउनशिप विकसित किया जा सकता है। इसके लिए सरकारी, अर्द्ध सरकारी संस्था या किसानों द्वारा एक स्थल पर उपलब्ध 22.9 एकड़ जमीन की आवश्यकता पड़ेगी। इस काम में मुखिया की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होगी। बेहतर माहौल बनाने के लिए सरकार उनका सहयोग लेगी।
सरकार के प्लान के मुताबिक ग्रामीण टाउनशिप के लिए प्रगतिशील किसान और ग्रामीण मिलकर सोसाइटी का निर्माण करेंगे। जो इसकी व्यवस्था की निगरानी और अनुश्रवण करेगी। ग्रामीण टाउनशिप में प्राथमिक विद्यालय, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, कल्चरल सेंटर युक्त कम्युनिटी हॉल, व्यावसायिक बाजार, 9मीटर चौड़ी सड़क, जलापूर्ति, ड्रेनेज-सीवरेज, स्ट्रीट लाइट और पावर कनेक्शन की व्यवस्था रहेगी। इसे सरकार विकसित करेगी। जिस पर लगभग 12 करोड़ रुपये व्यय होंगे। सभी निर्माण कार्य के लिए एक मॉडल बनाया गया है। गांव में टाउनशिप विकसित हो जाने से उसके आसपास का क्षेत्र भी विकसित हो जाएगा। लोगों को इससे काफी फायदा पहुंचेगा। सरकार की इस योजना से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और राज्य में शहरीकरण के प्रतिशत में इजाफा होगा।
मुखियों ने प्रोजेक्ट को गांव के विकास को बेहतर बताया
बैठक में मुखियाओं ने इस प्रोजेक्ट को गांव के विकास के लिए बहुत ही अच्छा बताया। उन्होंने कहा कि वे अपने क्षेत्र में इसके लिए किसान और ग्रामीणों को जोड़कर सोसाइटी के निर्माण का प्रयास करेंगे। जो अपनी भूमि ग्रामीण टाउनशिप के लिए उपलब्ध कराएंगे। बैठक में डीडीसी प्रदीप कुमार सिंह, डीआरडीए के निदेशक दुर्गा शंकर और सभी प्रखंड से एक-एक प्रगतिशील मुखिया उपस्थित रहे।