Hindi Newsबिहार न्यूज़Bihar Assembly issues of public interest back in uproar of opposition why ruckus every day

बिहार विधानसभा: विपक्ष के हंगामे में डूब रहे जनहित के सवाल, शीतकालीन सत्र में रोज बवाल क्यों?

बिहार विधानसभा का शीतकालीन सत्र जारी है। 29 नवम्बर तक यह सत्र चलेगा। लेकिन विपक्ष के हंगामे की वजह से जनता और जनहित के सवाल डूब रहे हैंं।

Sudhir Kumar हिन्दुस्तान, पटनाThu, 28 Nov 2024 09:19 AM
share Share
Follow Us on

विपक्ष के हंगामापूर्ण रवैये के कारण विधानसभा का सही तरीके संचालन नहीं हो पा रहा है। शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन विपक्षी सदस्यों ने अलग-अलग मसलों पर हो-हल्ला किया। वेल में नारेबाजी और प्रदर्शन के बीच ही विधायी कार्यों का निबटारा हुआ, लेकिन दोनों दिन शून्यकाल व ध्यानाकर्षण नहीं हो सका। हालांकि, दोनों दिन विपक्ष ने प्रश्नोत्तरकाल चलने दिया पर अहम विधेयकों पर चर्चा नहीं हो सकी। दरअसल शीतकालीन सत्र में रोज सदन में हंगामा और बवाल की तस्वीर उभर कर सामने आ रही है।

शीतकालीन सत्र के पहले दिन सोमवार को अध्यासीन सदस्य का मनोनयन और शोक प्रस्ताव के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित हो गई थी। दूसरे दिन यानी मंगलवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सदस्य आरक्षण के मसले पर हो-हल्ला करने लगे। इस पर सभाध्यक्ष नंदकिशोर यादव ने विपक्ष से प्रश्नोत्तरकाल चलने देने को कहा। तब नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि कार्यस्थगन उठाने के समय विपक्ष को अपनी बात रखने का मौका दिया जाए तो हम प्रश्नोत्तरकाल चलने देंगे। प्रश्नोत्तरकाल के बाद जब सभाध्यक्ष ने कार्यस्थगन प्रस्ताव को अमान्य कर दिया तो विपक्षी सदस्य हो-हल्ला करने लगे।

ये भी पढ़ें:आरक्षण पर तेजस्वी ने उठाए सवाल, बिहार विधानसभा में तीखी तकरार, विपक्ष का वॉकआउट

हो-हल्ला के बीच शून्यकाल शुरू हुआ। कुछ देर के बाद विपक्षी सदस्य वाकआउट कर गए। दूसरी पाली में जब सरकार ने विधेयक रखना चाहा तो विपक्षी सदस्य एक बार फिर आरक्षण के मसले पर हो-हल्ला करने लगे। बाद में विपक्षी सदस्य वाकआउट कर गए तो उनकी अनुपस्थिति में ही दो विधेयक पारित हुआ। बुधवार को भी विपक्षी सदस्यों का रवैया शुरू से ही हंगामेदार रहा। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सदस्य हंगामा करने लगे। प्रश्नोत्तरकाल के बाद जब सभाध्यक्ष ने कार्यस्थगन प्रस्ताव अमान्य कर दिया तो विपक्षी सदस्य फिर वेल में आ गए। हंगामा और नारेबाजी करने लगे। हो-हल्ला के बीच शून्यकाल शुरू हुआ। हंगामा के कारण सभाध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही 12.10 बजसे दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

ये भी पढ़ें:बुझे वाला बुझता; विधानसभा में नीतीश के इशारों पर बोले तेजस्वी यादव, देखिए वीडियो

दूसरी पाली में भी हंगामा

दूसरी पाली के शुरू होने पर भी विपक्षी सदस्यों का हंगामा जारी रहा। वेल में आकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। इसी क्रम में सरकार ने विधेयक पेश करना शुरू किया तो कुछ देर बाद विपक्षी सदस्य सदन से बाहर चले गए। मंगलवार की तरह बुधवार को भी विपक्ष की अनुपस्थिति में ही दो विधेयक पारित हुए। अब सत्र में मात्र दो दिन शेष रह गए हैं।

अगला लेखऐप पर पढ़ें