आरजेडी में अब लालू-तेजस्वी के बराबर अधिकार, नेता प्रतिपक्ष बोले- बड़ी जिम्मेदारी, बिहार को...
आरजेडी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में बड़ा फैसला लिया गया है। पार्टी के मामलों पर अंतिम निर्णय लेने के लिए लालू यादव और तेजस्वी यादव को अधिकृत किया गया है। साथ ही आगामी विधानसभा चुनाव भी राजद तेजस्वी के नेतृत्व में लड़ेगी।
राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी ) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में कई बड़े फैसले लिए गए। तेजस्वी यादव की जिम्मेदारियों को बढ़ाते हुए अब पार्टी में उनका कद राजद सुप्रीमो लालू यादव के बराबर हो गया है। पार्टी के तमाम मामलों पर अंतिम निर्णय लेने का अधिकार लालू यादव और तेजस्वी यादव के पास ही रहेगा। बैठक में दोनों को इस काम के लिए अधिकृत किया गया है। इसके अलावा 2025 का विधानसभा चुनाव भी राजद तेजस्वी के नेतृत्व में ही लड़ेगी।
पार्टी की तरफ से दी गई इस जिम्मेदारी पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी ने कहा कि ये बड़ा दाायित्व है। बिहार को अव्वल राज्यों में लेकर जाना है। बिहार के लोगों की तरक्की हो, हम लोगों के पास विजन है। हम लोगों के पास पूरा ब्लू प्रिंट है। बिहार को कैसे आगे ले जाएंगे, सभी वर्गों का ख्याल रखेंगे। हम लोगों ने जो 17 महीने में किया वो एनडीए की सरकार बीते 18 साल में नहीं कर पाई।
इससे पहले राजद के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि राजद को पूर्व में राष्ट्रीय दल की मान्यता प्राप्त थी, अभी क्षेत्रीय दल की मान्यता है। हमें राष्ट्रीय दल की मान्यता हासिल करने के लिए फिर से मेहनत करनी होगी। वहीं राजद के सांगठनिक चुनाव कराने के लिए डॉ रामचंद्र पूर्वे को राष्ट्रीय निर्वाचन पदाधिकारी और चितरंजन गगन को राष्ट्रीय सहायक निर्वाचन पदाधिकारी नियुक्त किया गया है।
वहीं आज कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पटना स्थित होटल मौर्या में तेजस्वी यादव से मुलाकात की। लेकिन ये मुलाकात कुछ मिनटों की रही। जिसके बाद राहुल संविधान सुरक्षा सम्मेल में होने चले गए। तेजस्वी ने बताया कि राहुल मुलाकात करने उनके घर आएंगे। अब ये पूरी तरह साफ हो गया है कि आरजेडी तेजस्वी के नेतृत्व में ही आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने जा रही है।