थानेदार मिला रहता है, एक्सपायरी दवा और सल्फास से बनता है दारू; JDU के गोपाल मंडल का बड़ा बयान
- देहाती क्षेत्रों में गुड़ का दारू बनता है जिसमें नींद का एक्सपायर्ड टैबलेट नशा के लिए मिला देता है। कच्चा दारू बनाने वालों को अंदाज नहीं है कि कितना देना चाहिए तो मात्रा बढ़ जाती है। जो इसे बर्दाश्त नहीं कर पाता है वह शराब पीकर मर जाता है।
बिहार के सारण, सीवान और गोपालगंज में जहरीली शराब के सेवन से मौत का सिलसिला अभी थमा नहीं है। तीनों जिलों को मिलाकर अभी तक कम से कम 39 लोगों की मौत हो चुकी है। दर्जनों की संख्या में शराब पीने से बीमार होकर अस्पतालों में भर्ती हैं। कई लोग बदनामी या बदले जाने के डर से दुबके हुए हैं। आशंका जताई जा रही है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। इस बीच जहरीली शराब कांड पर जेडीयू के विधायक और नीतीश कुमार के करीबी नेता गोपाल मंडल का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि शराब माफिया से थानेदार मिले रहते हैं। इसीलिए उनका मनोबल बढ़ा रहता है। शराब के धंधेबाज एक्सपायरी दवा और जहर मिलाकर नकली शराब बनाते हैं।
छपरा और सीवान के जहरीली शराब कांड पर मीडिया से बात करते हुए गोपाल मंडल ने कहा कि गरीब लोग जहरीला दारू पीता है तो मरवे करेगा। गरीब आदमी नशा के लिए महुआ पीता है। देहाती क्षेत्रों में गुड़ का दारू बनता है जिसमें नींद का एक्सपायर्ड टैबलेट नशा के लिए मिला देता है। कच्चा दारू बनाने वालों को अंदाज नहीं है कि कितना देना चाहिए तो मात्रा बढ़ जाती है। जो इसे बर्दराश्त नहीं कर पाता है वह शराब पीकर मर जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि दारू में नशा बढ़ाने के लिए सल्फास की गोली का चूर्ण बनाकर दारू में मिला देता है। ऐसी शराब को पीने से लोग मरते हैं।
सरकार के बड़े बड़े दावे के बीच शराब के अवैध कारोबार पर लगाम नहीं लगने के सवाल पर गोपाल मंडल ने बड़ी बात कही। उन्होंने कहा कि जहां भी शराब बनता या बिकता है वहां के थानेदार शराब माफिया से मिले हुए हैं। इसी वजह से धंधेबाजों का मनोबल बढ़ा हुआ है और धड़ल्ले से कारोबार चल रहा है। उन्होंने कहा कि जबतक थानेदारों पर कंट्रोल नहीं किया जाएगा तबतक शराब कारोबार पर रोक लगाना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि स्थिति को सुधारने के लिए एक कमेटी बनाया जाना चाहिए और अपराधियों को पकड़कर बंद कर देना चाहिए।