थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों का फ्री बोनमैरो ट्रांसप्लांट कराएगी नीतीश सरकार, 15 लाख की मिलेगी मदद
- राज्य में मौजूद थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों को प्रदेश सरकार मुफ्त बोनमैरो ट्रांसप्लांट की सुविधा देगी। इसके लिए 15 लाख रुपये तक की सहायता मिलेगी। नीतीश कैबिनेट ने इस प्रस्ताव पर सहमति दे दी।
राज्य के थैलेसीमिया से पीड़ित बच्चों के लिए नीतीश सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। बिहार कैबिनेट की बैठक में मुख्यमंत्री बाल थैलेसीमिया योजना को स्वीकृति दी गई है। इस योजना के तहत थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों को प्रदेश सरकार मुफ्त बोनमैरो ट्रांसप्लांट की सुविधा देगी। इसके लिए 15 लाख रुपये तक की सहायता मिलेगी। कैबिनेट मीटिंग के बाद स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों के लिए बिहार सरकार ने बड़ी राहत की घोषणा।
उन्होने कहा कि फ्री बोनमैरो ट्रांसप्लांट की सुविधा से बच्चों को बार-बार खून चढ़ाने की परेशानी से निजात मिल जाएगी। साथ ही परिवार पर पड़ने वाले आर्थिक बोझ से भी राहत मिलेगी। अक्सर गरीब परिवार के बच्चों में जब यह बीमारी मिलती है, तो अधिक खर्च की वजह से यह ट्रांसप्लांट कराना संभव नहीं हो पाता है। सरकार बच्चों को उचित मदद पहुंचाने में कृत- संकल्पित है। जिसके लिए बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग और क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज (सीएमसी ) वेल्लोर के बीच करार होगा। इस योजनान्तर्गत मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता कोष से प्रति रोगी 15 लाख का वित्तीय अनुदान उपलब्ध कराया जाएगा।
आपको बता दें करार के बाद राज्य के थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों का बोन मैरो ट्रांसप्लांट सीएमसी वेल्लोर में होगा । फिलहाल इसके लिए पीएमसीएच में रजिस्ट्रेशन जारी है। 1 अगस्त को पीएमसीएच के ऑडिटोरियम में पीएमसीएच के शिशु रोग विभाग और सीएमसी वेल्लोर के संयुक्त तत्वावधान में एचएलए कैंप का आयोजन हुआ।
जिसमें पीड़ित बच्चों के भाई या बहन से खून और बोन मैरो का मिलान किया गया। योग्य बच्चों का चयन कर सरकार उसे सीएमसी वेल्लोर भेजेगी। बोन मैरो ट्रांसप्लांट होने के बाद बच्चों को बार बार रक्त चढ़ाने से मुक्ति मिलेगी। इससे पहले सरकार ने राज्य के जन्मजात दिल में छेद से पीड़ित बच्चों का निशुल्क ऑपरेशन करने का अभियान शुरू किया था। जिसमें अब तक 1500 से अधिक बच्चों का ऑपरेशन हो चुका है।
थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों के बोन मैरो ट्रांसप्लांट में लगभग 15 लख रुपए का खर्च आता है। सरकार द्वारा इसका खर्च उठाने से इन बच्चों के परिवार को बड़ी आर्थिक मदद दी दी जाएगी।