बिहार के लाल शहीद मोहम्मद इम्तियाज को पटना एयरपोर्ट पर श्रद्धांजलि, दिलीप जायसवाल और तेजस्वी यादव भी पहुंचे; तस्वीरें
भारत मां की सेवा करते-करते बिहार के छपरा जिले के बहादुर जवान मोहम्मद इम्तियाज ने अपनी जान गंवा दी। इंडिगो के विमान संख्या 6ई 2769 से शहीद मोहम्मद इम्तियाज का शव पटना एयरपोर्ट पहुंचा। पटना एयरपोर्ट पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।

जम्मू के आरएस पुरा सेक्टर में क्रॉस बॉर्डर फायरिंग में देश की रक्षा करते हुए अपना बलिदान देने वाले बीएसएफ के सब इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज का पार्थिव शरीर पटना लाया गया। बिहार के लाल सब इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज ने सीमा पर आतंकवादियों के छक्के छुड़ा दिए थे। भारत मां की सेवा करते-करते बिहार के छपरा जिले के बहादुर जवान मोहम्मद इम्तियाज ने अपनी जान गंवा दी। इंडिगो के विमान संख्या 6ई 2769 से शहीद मोहम्मद इम्तियाज का शव पटना एयरपोर्ट पहुंचा। पटना एयरपोर्ट पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी। राजनीतिक हस्तियों के अलावा कई अन्य लोगों ने भी शहीद मोहम्मद इम्तियाज को श्रद्धांजलि दी है। पटना एयरपोर्ट पर शहीद मोहम्मद इम्तियाज की एक झलक पाने के लिए काफी लोग मौजूद थे। तिरंगे में लिपटे उनके शव को देख हर कोई गमगीन था। मोहम्मद इम्तियाज के बेटे मोहम्मद इमरान रजा ने इस दौरान मीडिया से बातचीत में बिलखते हुए कहा- आई एम प्राउड ऑफ माई फादर (मुझे अपने पिता पर गर्व है।) बिहार सरकार के मंत्री नितिन नवीन, मंत्री श्रवण कुमार, जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने भी शहीद को श्रद्धांजलि दी है।
शहीद को श्रद्धांजलि देने के बाद बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि देश के लिए शहादत देने में बिहारी सबसे आगे रहते हैं। सारण के इम्तियाज ने सर्वोच्च बलिदान दिया है। देश उनके बलिदान को हमेशा याद रखेगा। अनेक होकर भी हम एक हैं। जब बात देश की हो तो हमसब एक हो जाते हैं।

बॉर्डर पर गोलीबारी में हुए थे घायल
बता दें कि शहीद सब इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तेयाज छपरा जिले के गड़खा थाना क्षेत्र के नारायणपुर गांव के रहने वाले थे। वे जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बॉर्डर पार से गोलाबारी के दौरान घायल हो गए थे। उनके साथ अन्य सात जवान भी जख्मी हुए थे जिन्हें इलाज के लिए आर्मी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। बाद में इम्तियाज की शहादत हो गई।

जानकारी के अनुसार, मोहम्मद इम्तेयाज बीएसएफ सीमा चौकी का नेतृत्व करते हुए शहीद हुए। उनके पुत्र इमरान सूचना मिलते ही जम्मू के लिए रवाना हो गए थे। रविवार को वो फ्रंटियर मुख्यालय, जम्मू (पलौरा) में पूर्ण सम्मान के साथ माल्यार्पण समारोह के बाद पार्थिव शरीर को लेकर जवान घर के लिए निकल चुके थे। यहां भी अफसरों व जवानों ने उनके बलिदान को याद कर श्रद्धांजलि दी थी। शहीद मोहम्मद इम्तियाज के पार्थिव शरीर को उनका गांव लाया जाएगा। यहां पूरे सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
