मारपीट कर मर्डर का गुनाह कबूल करवाना चाहती थी पुलिस, हिरासत में मौत पर बोले परिजन; हंगामा
- मृतक की पहचान नवीनगर थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर गांव निवासी 50 वर्षीय प्रमोद साव के रूप में की गई। मृतक के पुत्र बबन कुमार ने बताया कि उसके पिता को 27 फरवरी को पुलिस पूछताछ के लिए ले गई थी। उनके साथ बुरी तरह मारपीट की गई है।

बिहार के औऱंगाबाद जिले में पुलिस हिरासत में एक शख्स की मौत के बाद से हंगामा मचा हुआ है। जिले के नवीनगर थाना पुलिस के द्वारा हिरासत में लिए गए एक ग्रामीण की सोमवार को मौत हो गई। मृतक की पहचान नवीनगर थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर गांव निवासी 50 वर्षीय प्रमोद साव के रूप में की गई। मृतक के पुत्र बबन कुमार ने बताया कि उसके पिता को 27 फरवरी को पुलिस पूछताछ के लिए ले गई थी। उनके साथ बुरी तरह मारपीट की गई है।
2 मार्च को उसे सूचना मिली कि उसके पिता की पुलिस हिरासत में मारपीट से मौत हो गई है। वह परिवार के साथ थाना गया तो वहां से उसे भगा दिया गया। इसके बाद से उसे नहीं मिलने दिया गया। मृतका का पुत्र सहित अन्य परिजन सोमवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे और हंगामा किया। उन्होंने कहा कि मारपीट कर हत्या का गुनाह कबूल करने का दबाव बनाया जा रहा था। एसपी अंबरीश राहुल ने बताया कि मारपीट की बात अभी तक सामने नहीं आई है।
परिजन चाहें तो फर्द बयान दें और उसके आधार पर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। 22 फरवरी को एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिसका शव नवीनगर थाना क्षेत्र में केवला फाटक के समीप झाड़ी से बरामद हुआ था। इसी मामले में पूछताछ के लिए उक्त व्यक्ति को थाना में लाया गया था। सोमवार की सुबह उसकी तबीयत खराब हो गई थी, जिसके बाद उसे इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया। वहां वह जीवित भी था और बाद में उसकी मौत हो गई। दंडाधिकारी की मौजूदगी में शव का पोस्टमार्टम डॉक्टरों की टीम ने किया है। शव पर मारपीट का कोई निशान नहीं था।
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