बेतिया में टला बड़ा हादसा; 35 शिक्षकों को ले जा रही नाव पलटी, ग्रामीणों ने बचाई की जान
पश्चिमी चंपारण में 35 शिक्षकों को लेकर जा रही नाव गंडक नदी में पलट गई। जिसके बाद ग्रामीणों ने सभी शिक्षकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। हादसे की वजह नाव की टक्कर बताई जा रही है। फिलहाल सभी शिक्षक सुरक्षित हैं। शिक्षिका आभा कुमारी की हालत गंभीर बताई जा रही है।
पश्चिम चंपारण जिले में एक बड़ा हादसा टल गया। जब सोमवार सुबह गंडक नदी में 35 शिक्षकों को ले जा रही नाव पलट गई। जिसमें सात स्कूलों के टीचर्स सवार थे। जिसके बाद ग्रामीणों ने वक्त रहते सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। जिसमें 15 महिला शिक्षक भी शामिल थीं। बताया जा रहा है कि नाव की टक्कर से ये हादसा हुआ। उत्क्रमित मध्य विद्यालय श्रीनगर-1 की आभा कुमारी नाम की महिला शिक्षिका की हालत गंभीर बताई जा रही है। कुछ दिनों पहले पटना में एक सरकारी स्कूल के शिक्षक अविनाश कुमार (25) गंगा में तेज धारा में बह गए थे, जब वह रास्ते में एक नाव पर चढ़ने की कोशिश करते समय नदी में गिर गए थे।
घटना की जानकारी देते हुए राजकीय मध्य विद्यालय श्रीनगर के प्रधानाध्यापक संतोष कुमार चौधरी ने कहा कि यह घटना बमुश्किल 100 मीटर की दूरी पर हुई, जब 35 शिक्षकों और तीन स्थानीय ग्रामीणों और नाविक सहित 38 लोगों को लेकर नाव हमारे गंतव्य के लिए रवाना हुई, तभी सामने से आ रही नाव ने पटजिरवा केशवा घाट के पास टक्कर मार दी। टक्कर से नाव बुरी तरह हिल गई और गंडक नदी में पानी के तेज बहाव के कारण पलट गई, जो पूरे उफान पर थी।
उत्क्रमित मध्य विद्यालय श्रीनगर के शिक्षक मुन्ना कुमार ने कहा, मैंने देखा कि तेज बहाव मुझे बहा ले जा रहा है और स्थानीय ग्रामीणों द्वारा बचाए जाने से पहले मैं अपना सिर पानी से ऊपर रखने के लिए संघर्ष कर रहा था। भगवान की कृपा से हम बच गए। अगर यह नदी में थोड़ी गहराई में हुआ होता तो एक बड़ी तबाही होती। लेकिन पटजिरवा केशव घाट पर शिक्षकों को बचाने के लिए दौड़ पड़े। और रस्सी की मदद से सभी को सुरक्षित निकाल लिया गया। ग्रामीणों ने बताया कि हमें समझने में देर नहीं लगी कि क्या हुआ था। भगवान की कृपा से, कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। 10-15 मिनट की कवायद में सभी को सुरक्षित निकाल लिया गया है।
ठकराहा के ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (बीईओ) उमेश सिंह ने कहा कि घटना के समय सात स्कूलों के 35 शिक्षक, जिनमें से 15 महिलाएं थीं, नाव पर थे। खंड शिक्षा अधिकारी ने कहा, "उन सभी को बचा लिया गया है। इस बीच शिक्षकों ने गंडक का जलस्तर कम होने तक दूसरे स्कूलों में अपनी प्रतिनियुक्ति की मांग की है। शिक्षकों ने मीडिया को बताया, कि हमें स्कूल तक पहुंचने में गंडक नदी में 35 मिनट लगते हैं, जो यह काफी खतरनाक है।
इससे पहले शिक्षा विभाग ने पटना की घटना के बाद जिलाअधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि केवल पंजीकृत नावों का उपयोग किया जाए और बाढ़ संभावित क्षेत्रों में सभी यात्री लाइफ जैकेट पहनें। राज्य भर के प्रमुख घाटों पर अतिरिक्त लाइफ जैकेट उपलब्ध कराए जाएंगे।
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