बूढ़ी गंडक में नाव पलटी, बुजुर्ग सगे भाइयों की मौत से मातम; भूमि सर्वे को लेकर चौहद्दी देखने गए थे दोनों
जमीन सर्वे को लेकर बूढ़ी गंडक नदी के पार जमीन देखने जाना डॉ. अजीत कुमार चौधरी के परिवार के लिए अशुभ रहा। नदी से तैरकर निकले अरुण चौधरी ने बताया कि मिठनसराय माधोपुर स्थित ढाब की जमीन की चौहद्दी देखने निकले थे। नाविक के अलावे नाव पर पांच लोग सवार थे। अन्य ने तैरकर जान बचा ली।
बिहार के मुजफ्फरपुर में बुधवार को नाव हादसा हो गया जिसमें दो भाइयों की मौत हो गई। घटना जिले के कांटी थाना क्षेत्र के गोसाईंपुर गांव की है। स्थित बूढ़ी गंडक नदी में बुधवार को नाव पलटने से डॉ. अजीत कुमार चौधरी (70) व विद्यानंद चौधरी (62) की डूबने से मौत हो गई। मृतक कलवारी गांव के निवासी थे। उनकी मौत से गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। दोनों भाई जमीन सर्वे को लेकर खेत देखने सरेह में गए थे। नाव पर नाविक के अलावा पांच लोग सवार थे। अन्य लोगों ने तैरकर जैसे तैसे अपनी जान बचाई।
जमीन सर्वे को लेकर बूढ़ी गंडक नदी के पार जमीन देखने जाना डॉ. अजीत कुमार चौधरी के परिवार के लिए अशुभ रहा। नदी से तैरकर निकले अरुण चौधरी ने बताया कि सुबह 11 बजे मिठनसराय माधोपुर स्थित ढाब की जमीन की चौहद्दी देखने निकले थे। नाव पर मेरे अलावा डॉ. अजीत, विद्यानंद, विनोद चौधरी, राजकिशोर महतो सवार थे। नाव छोटी होने के कारण नदी की तेज धारा में कुछ दूर आगे जाकर पलट गई। विनोद चौधरी ने बताया कि दोनों भाइयों को बचाने की काफी कोशिश की, लेकिन बचा नहीं सका। परिजनों ने कहा कि आज तक कभी वे लोग उस खेत को देखने नहीं गए थे। सर्वे को लेकर पहली बार जमीन देखने गए और लौटकर घर वापस नहीं आ सके।
एक साथ दो सगे भाइयों की मौत से परिजनों व रिश्तेदारों की चीत्कार से माहौल गमगीन है। आसपास के लोग ढांढस बंधा रहे थे। इधर, पूर्व मंत्री अजीत कुमार ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए परिजनों को सांत्वना दी है।
बिहार में इन दिनों भूमि सर्वे का काम चल रहा है। राज्य के 45 हजार गांव में सरकारी कर्मी सर्वे कार्य में लगे हैं। जमीन के मालिक अपनी अपनी भूमि को ठीक कराने में लगे हैं ताकि सर्वे के बाद किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।