जयनगर से खुलने वाली ट्रेनों में सफाई नहीं, परेशान हो रहे यात्री
जयनगर से खुलने वाली ट्रेनों में सफाई की स्थिति बेहद खराब है। यात्रियों का कहना है कि शौचालयों की बदबू से यात्रा करना मुश्किल हो रहा है। गर्मी में स्थिति और भी खराब हो जाती है, जिससे यात्रियों को...

मधुबनी,हिन्दुस्तान टीम। जयनगर से खुलने वाली ट्रेनों में सफाई ठीक से नहीं हो रही है। इस रेलखंड पर शहीद, सरयू यमुना एक्सप्रेस सहित कई पैसेंजर ट्रेनों के शौचालय की बदबू से यात्री परेशान रहते हैं। ट्रेनों के गेट पर चढ़ते ही शौचालय की बदबू मुंहपर रूमाल रखने को मजबूर कर देता है। साफ सफाई की ढीली व्यवस्था से यात्रियों की परेशानी बढ़ने लगी है। जयनगर से अमृतसर जानेवाली 14673 शहीद एक्सप्रेस में 14 मई को एस थ्री कोच में सफर कर रहे एक अवकाशप्राप्त सैनिक, सोन देवी, पूनम देवी सहित कई यात्रियों ने बताया कि जयनगर से खुलने वाली इस ट्रेन के शौचालय की सफाई ठीक से नहीं की जाती है।
इससे गेट के अंदर प्रवेश करते ही बदबू आने लगती है। गर्मी में बदबू का हाल ये होता है कि शौचालय व गेट के पास वाली सीट पर बैठना मुश्किल हो जाता है। इसकी शिकायत रेल कर्मियों से करने पर भी कोई पहल नहीं की जा जाती है। वहीं जयनगर से खुलने वाली जानकी पैसेंजर सहित कई अन्य ट्रेनों का भी यहीं हाल रहता है। रेल यात्री दुर्गा राय, संतोष कुमार, मनोज कुमार ने बताया कि जयनगर रेलखंड पर पैसेंजर ट्रेनों की हाल और खराब है। कुछ बोगी के अंदर झाड़ू भी ठीक से नहीं लगता है। शौचालय खोलते ही बदबू आने लगता है। यात्रियों ने बताया कि सफाई जो होना चाहिए नहीं हो रहा है। या फिर बिल्कुल नहीं हो रहा है। ऐसे में यात्रियों को अधिक परेशानी होती है। गर्मी में शौचालय के समीप पेशाब के बदबू से मुंह पर रुमाल रखने की जरूरत पड़ जाती है। यात्री एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन उतरते चले जाते हैं। किसी के पास इतना समय नहीं रहता है कि वे इसकी शिकायत स्टेशन में लिखित रूप में करे। कई बार टीटीई को यात्री इसकी शिकायत करते हैं। जयनगर में है रेलवे का वाशिंग पिट सीमावती जयनगर स्टेशन पर रेलवे का वाशिंग पिट है। जहां लंबी दूरी की ट्रेनों की नियमित सफाई करने का प्रावधान है। वहीं ट्रेनों में शौचालय की सफाई टेंडर से होता है। एजेंसी को लंबी दूरी एवं पैसेंजर ट्रेनों की हर दिन शौचालय सफाई करना रहता है। यहीं पर गड़बड़ी शुरू होती है। एजेंसी के कर्मी इसमें उदासीनता बरतते हैं। इससे गर्मी के मौसम में जब यात्री शौचालय जाते हैं तो बदबू आने लगती है। कई शौचालय का फ्लश भी खराब रहता है। कई में पानी नहीं रहता है। जयनगर से विभिन्न जगहों के लिए दो दर्जन ट्रेनें जयनगर से देश के विभिन्न जगहों के लिए खुलती करीब दो दर्जन ट्रेनें खुलती है। जिसमें हजारों यात्री प्रतिदिन यात्रा करते हैं। इन यात्रियों में देशी व विदेशी टूरिस्ट भी रहते हैं। खासकर जनकपुरधाम जाने के लिए यात्री जयनगर के रास्ते सफर करते हैं। ऐसे में लंबी दूरी की कुछ ट्रेनों में साफ सफाई ठीक ठाक रहती है। लेकिन अधिकांश ट्रेनों की सफाई बहुत खराब रहती है। इससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। रेलवे द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिये जाने से यात्रियों की परेशानी बढ़ती जा रही है। ट्रेनों में सफाई में लापरवाही बरतने पर संबंधित एजेंसी पर कार्रवाई होगी। ट्रेनों में साफ-सफाई को लेकर बैठक में डीआरएम भी गंभीर रहते हैं। समय समय पर रेलवे के अधिकारी भी इसकी जांच करते हैं। हरहाल में एजेंसी को सभी ट्रेनों में सभी शौचालय की सफाई सुनिश्चित करना है। -अनन्या स्मृति, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक, समस्तीपुर। Trains leaving from Jaynagar are not clean, passengers are getting troubled
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