लिट्टी-चोखा, कल्चर और UPSC में सक्सेस; बिहार के मुरीद हुए मुजफ्फरपुर पहुंचे कश्मीरी मेहमान
- विनिमय कार्यक्रम के तहत मुजफ्फरपुर पहुंचे कश्मीरी युवा, कहा-ट्रेन में बातचीत ने अलग जुड़ाव पैदा कर दिया, यहां के लोग मेहनती, समझदार और प्रेरणादायक हैं।
विनिमय कार्यक्रम के तहत शनिवार की शाम कश्मीरी युवा बिहार के मेहमान बनकर मुजफ्फरपुर पहुंचे। इस सफर के अनुभव ने ही उन्हें बिहार की संस्कृति, परंपराओं और मेहनती जीवनशैली का मुरीद बना दिया। ट्रेन के सफर के दौरान ही बिहार के लोगों से हुई बातचीत और खानपान के आदान-प्रदान ने उनके मन में राज्य के प्रति एक अलग जुड़ाव पैदा कर दिया। युवाओं ने बताया कि बिहार के लोग न केवल मेहनती हैं, बल्कि प्रेरणादायक भी हैं। खासतौर पर बिहार के छात्रों की यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षाओं में सफलता से वे बेहद प्रभावित हुए। उन्होंने कहा कि बिहार की शिक्षा प्रणाली और छात्रों की लगन उन्हें जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है।
सफर के दौरान इन युवाओं ने प्रसिद्ध व्यंजन लिट्टी-चोखा और यहां की सांस्कृतिक धरोहर के बारे में भी जाना। उन्होंने महसूस किया कि बिहार के लोग अपनी संस्कृति और परंपराओं को अपने जीवन का अहम हिस्सा मानते हैं। कश्मीरी युवाओं ने कहा कि बिहार ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से ही नहीं, बल्कि सामाजिक और शैक्षिक महत्व के लिहाज से भी खास है। यहां के लोग मेहनती और जिज्ञासु हैं, जो हमें अपनी जीवनशैली में सुधार की प्रेरणा देते हैं।
मासरत समझना चाहते हैं बिहार की संस्कृति को
मैंने बिहार के बहुत से लोगों से ट्रेन में मिला और उनसे अच्छी बांडिंग बन गई। एक व्यक्ति ने हमें अमरूद खाने के लिए दिया तो किसी ने बिहार के बारे में कुछ ऐसी बातें बताई, जो बहुत अच्छी लगीं। वे हमें यहां की संस्कृति और जीवनशैली के बारे में बता रहे थे, जिसे सुनकर उत्सुकता और बढ़ गई है।
बिहार को अच्छे से घूमने के बाद ही पूरी तरह से समझ में आएगा कि यहां क्या-क्या खास चीजें हैं और यहां के लोग किस तरह से जीते हैं।
मोत्तरसिर प्रभावित हैं बिहार की सफलता से
बिहार के लोगों के बारे में मैंने सुना है कि वे बहुत अच्छे होते हैं। यहां के लोग बहुत मेहनती और समझदार होते हैं। मैंने यह भी सुना है कि यहां से बहुत सारे छात्र यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षाओं में सफलता हासिल करते हैं। बिहार की संस्कृति भी बहुत समृद्ध है, जो इसे और खास बनाती है। यहां के लोग अपनी परंपराओं और संस्कृतियों को बड़े सम्मान से निभाते हैं।
तामिना को लिट्टी-चोखा खाने की हसरत
मैंने बिहार के बारे में बहुत कुछ सुना है। अब यहां आई हूं तो देखने का भी मैका मिलेगा। अगर यह कार्यक्रम नहीं होता तो शायद मैं बिहार नहीं आ पाती। मैं यहां का प्रसिद्ध व्यंजन लिट्टी-चोखा, खाना और प्रसिद्ध जगह देखना चाहती हूं।
सुरक्षा-यातायात में लगेंगे 1600 पुलिसकर्मी व 350 मजिस्ट्रेट
मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा के दौरान सुरक्षा और यातायात व्यवस्था में 1600 पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। इसके अलावा 350 से अधिक दंडाधिकारियों की तैनाती की गई है। शहर के सभी चौक-चौराहे और प्रमुख मार्गों पर पुलिस की तैनाती रहेगी। सुबह पांच बजे तक सभी को तैनाती स्थल पर पहुंच जाने का निर्देश दिया गया है।
एसएसपी सुशील कुमार ने पुलिस अधिकारियों संग सुरक्षा के मुद्दे पर बैठक की। मुशहरी में कार्यक्रम स्थलों की डॉग स्क्वॉयड और बमरोधी दस्ता ने वृहत जांच की। सीएम कारकेड के अधिकारियों ने सभी रूट और कार्यक्रम स्थल का जायजा लिया। दोपहर दो बजे एसएसपी ने ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों को ब्रीफिंग दिया। शहर में तैनाती के लिए ग्रामीण इलाके से चौकीदार तक को बुलाया गया है। शहरी इलाके के आठों थाना इलाके में चौकीदार भी सड़क पर उतारे जाएंगे। मॉनिटरिंग के लिए इंस्पेक्टर से डीएसपी तक की ड्यूटी लगाई गई है।