झारखंड के बाद असम चुनाव लड़ेगी जेडीयू! दो तिहाई जिलों में संगठन, राजीव रंजन ने बताई वजह
जेडीयू के असम प्रभारी और राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि असम में 2025 के पंचायत और 2026 के विधानसभा चुनाव में जदयू हिस्सा लेना चाहती है। पार्टी नेतृत्व से बात करने के बाद ही इस मुद्दे पर निर्णय लिया जाएगा। आपको बता दें 2021, 2016 में भी जदयू ने असम में चुनाव लड़ा था।
झारखंड विधानसभा चुनाव के बाद अब नीतीश कुमार की जेडीयू ने असम चुनाव लड़ने का मन बनाया है। जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता और असम प्रभारी राजीव रंजन प्रसाद ने कहा है कि 2025 में होने वाले पंचायत और 2026 के विधानसभा चुनाव में असम इकाई हिस्सा लेना चाहती है। पार्टी नेतृत्व से बात करने के बाद इस मुद्दे पर निर्णय लिया जाएगा। जदयू को असम में अच्छा समर्थन मिल रहा है।
शनिवार को असम प्रदेश जदयू की बैठक में राजीव रंजन ने कहा कि समावेशी विकास का बिहार मॉडल सर्वत्र अनुकरणीय है। बिहार मॉडल से असम की जनता भी परिचित है। असम में पार्टी के विस्तार में इसकी वजह से काफी लाभ हुआ है। दो तिहाई जिलों में संगठन का गठन हो चुका है। अन्य जिलों में भी यह कार्य शुरू हो गया है। सदस्यता अभियान भी जोर शोर से चल रहा है। बैठक की अध्यक्षता करते हुए अनिल बोरा ने असम में जदयू की सांगठनिक गतिविधियों की जानकारी दी
2016 के असम चुनाव में जेडीयू के 4 उम्मीदवार उतरे थे, जहां चारों उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई थी। हालांकि दो सीटों बिस्वनाथ और लखीपुर विधानसभा सीटों पर जेडीयू उम्मीदवार तीसरे नंबर पर रहे। लखीपुर विधानसभा सीट पर तो जेडीयू उम्मीदवार को 8.3 फीसदी वोट प्रतिशत के साथ 8,923 वोट मिले थे, वहीं सभी 4 विधानसभा सीटों पर जेडीयू को 12,538 वोटों के साथ 0.1 वोट प्रतिशत हासिल हुए थे। असम में करीब 5 फीसदी हिंदी भाषी आबादी है। जिसके सहारे जेडीयू एक बार फिर से 2026 में होने वाले असम चुनाव में किस्मत आजमा सकती है।