तीन बच्चों वाले मोहन भागवत के बयान पर जेडीयू सांसद का रिएक्शन, क्या बोले एमपी देवेश चंद्र ठाकुर?
देवेश चंद्र ठाकुर ने कहा कि आदरणीय मोहन भागवत आरएसएस के सर संघ चालक हैं। उनका व्यक्तित्व बहुत बड़ा है। उनके बयान पर प्रतिक्रिया दूं इतना बड़ा मैं अपने आप को इतना बड़ा नहीं समझता।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघ चालक मोहन भागवत के उस बयान पर सियासी घमासान मचा है जिसमें उन्होंने कहा कि हर आदमी तो दो से ज्यादा बच्चे पैदा करना चाहिए। उन्होंने जनसंख्या बढ़ोतरी दर में गिरावट पर चिंता जताई। राजद, कांग्रेस और एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी के बाद नीतीश कुमार की पार्टी जदयू सांसद देवेश चंद्र ठाकुर की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा कि मोहन भागवत का मैं बहुत सम्मान करता हूं।
वैशाली में पत्रकारों से बात करते हुए सीतामढ़ी सांसद देवेश चंद्र ठाकुर ने कहा कि आदरणीय मोहन भागवत आरएसएस के सर संघ चालक हैं। उनका व्यक्तित्व बहुत बड़ा है। उनके बयान पर प्रतिक्रिया दूं इतना बड़ा मैं अपने आप को इतना बड़ा नहीं समझता। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मैं जदयू का अधिकृत प्रवक्ता नहीं हूं इसलिए पार्टी की ओर से कुछ नहीं कहता। मोहन भागवत के बयान पर कौन क्या कह रहा है इसपर भी कुछ नहीं कह सकता। मेरे दिल में उनके लिए बहुत सम्मान है। उनका बयान मैंने देखा है पर उस पर कुछ बोलने की स्थिति में नहीं हूं।
देवेश चंद्र ठाकुर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महिला संवाद यात्रा का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि यह बहुत अच्छी बात है। पूरे बिहार के महिलाओं के लिए नीतीश कुमार ने जितना काम किया है उतना किसी ने नहीं किया। चाहे नौकरी हो या राजनीति, हर जगह उन्होंने महिलाओं को स्थान देकर समर्थ बनाया। पंचायती राज और सरकारी नौकरी में नीतीश कुमार ने महिलाओं के लिए आरक्षण का प्रावधान किया जिसका परिणाम साफ दिख रहा है।
रविवार को नागपुर में एक कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने परिवार के महत्व पर जोर देते हुए कहा था कि हर आदमी को दो से ज्यादा बच्चे पैदा करना चाहिए ताकि जनसंख्या बढ़ोतरी दर बनी रहे। उन्होंने देश में हिंदुओं की जनसंख्या घटने पर चिंता जताई और कहा कि अगर समाज की जनसंख्या वृद्धि दर गिरते-गिरते 2.1 प्रतिशत के नीचे चली गई तो तब समाज को किसी को बर्बाद करने की जरूरत नहीं, वह अपने आप ही नष्ट हो जाएगा। इसलिए हर परिवार को कम से कम तीन बच्चे पैदा करना बेहद जरूरी है। ऐसा करने से समाज जीवित रहेगा। वे नागपुर में कथाले कुल सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।