7 दिन में पशुपति पारस ने लोजपा दफ्तर नहीं छोड़ा तो पुलिस खाली कराएगी, चिराग को मिला है ऑफिस
पटना में एयरपोर्ट के पास स्थित लोक जनशक्ति पार्टी के दफ्तर को खाली करवाने के लिए पशुपति पारस की पार्टी रालोजपा को नोटिस पहुंच गया है। अगर 7 दिन में पारस ने यह कार्यालय खाली नहीं किया तो पुलिस जबरन इसे काली करवाएगी। इस ऑफिस को पारस के भतीजे चिराग पासवान की लोजपा रामविलास को आवंटित किया गया है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस की राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) को बिहार की राजधानी पटना में स्थित सरकारी बंगला हर हाल में खाली करना पड़ेगा। पटना एयरपोर्ट के पास स्थित लोजपा कार्यालय को 7 दिनों के भीतर खाली करने का निर्देश भवन निर्माण विभाग ने दिया है। विभाग ने पार्टी से आगामी सात दिनों के भीतर भवन को खाली करने का निर्देश दिया। अगर तय समय में भवन खाली नहीं किया गया तो सरकार बलपूर्वक इसे खाली कराएगी। बता दें कि इस सरकारी भवन को हाल ही में केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान के गुट वाली लोजपा (रामविलास) को आवंटित किया गया है।
शुक्रवार को मिली जानकारी के अनुसार भवन निर्माण विभाग के संयुक्त सचिव सह सक्षम प्राधिकार संजय कुमार ने लोजपा को आवंटित किए गए आवास को नोटिस मिलने के सात दिनों के अंदर खाली कराने के निर्देश दिए हैं। जिस बंगले को खाली कराया जा रहा है, वह पटना एयरपोर्ट के पास 1, शहीद पीर अली खान मार्ग (व्हीलर रोड) पर स्थित है। बिहार सरकार की ओर से साल 2004 में इसे लोक जनशक्ति पार्टी को आवंटित किया गया था। इसके बाद से यहां लोजपा का दफ्तर चल रहा था।
लोजपा के संस्थापक रामविलास पासवान के निधन के बाद उनकी पार्टी में टूट हो गई। पशुपति पारस के गुट वाली रालोजपा ने पटना के व्हीलर रोड वाले दफ्तर पर अपना कब्जा जमाया। तब से यहां रालोजपा का दफ्तर चला आ रहा है। हालांकि, कुछ महीने पहले बिहार के भवन निर्माण विभाग की ओर से पारस की पार्टी से यह दफ्तर खाली करने को कहा गया। विभाग का कहना है कि सरकारी आवास के आवंटन को हर साल रिन्यू कराना होता है। मगर इस आवास का साल 2021 के बाद से नवीनीकरण नहीं कराया गया। ऐसे में विभाग ने यह बंगला पारस के भतीजे चिराग पासवान के गुट वाली पार्टी लोजपा रामविलास को आवंटित कर दिया। अब सरकार इस भवन को खाली करवाने की कार्यवाही में जुट गई है।