अब आईएएस संजीव हंस की पत्नी ईडी के शिकंजे में, मोना से कई घंटों तक हुई पूछताछ
ईडी ने बिहार के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी संजीव हंस के बाद उनकी पत्नी मोना हंस पर भी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। जांच एजेंसी ने मोना हंस को अपनेे पटना स्थित दफ्तर में बुलाकर घंटों पूछताछ की।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आईएएस संजीव हंस मामले में शुक्रवार को उनकी पत्नी हरलोविलीन कौर उर्फ मोना हंस से सघन पूछताछ की। पटना स्थित ईडी कार्यालय में मोना हंस भाई के साथ सुबह 11 बजे पहुंची। उनसे पूछताछ का सिलसिला देर शाम तक चला। फिर उन्हें छोड़ दिया गया। पूछताछ बंद कमरे में आईओ और खास अधिकारियों की मौजूदगी में गोपनीय तरीके से हुई। इस दौरान पुणे में उनके और पूर्व विधायक गुलाब यादव के नाम से मौजूद सीएनजी पंप के बार में पूछताछ की गई।
जांच एजेंसी ने पूछा कि पंप में निवेश का वास्तविक स्रोत क्या है। वह कोई व्यवसाय करती हैं, तो जवाब मिला कि कुछ खास नहीं करती हैं। वे एक गृहिणी हैं। इस पंप में निवेश का स्रोत परिजनों से उधार लेने की बात बताया, हालांकि इसका कोई ठोस सबूत नहीं दे पाई। इसके अलावा उनसे जांच एजेंसी ने दिल्ली, जयपुर समेत अन्य स्थानों पर बरामद बंगले या निवेश के अन्य माध्यम के बार में भी पूछताछ की।
गुलाब यादव और उनकी पत्नी के साथ व्यवसायिक संबंध के बारे में भी जानकारी ली गई। हालांकि वे अधिकांश सवालों के जवाब में इधर-उधर की बातें ही बताती रहीं। बैंक में जमा राशि समेत अन्य बातों का बारे में भी पूछताछ की गई।
मोना हंस से उनकी विदेश यात्रा के बारे में भी पूछा गया। पिछले कुछ वर्षों में उन्होंने कई देशों की यात्रा की है, इसकी फंडिंग कहां से हुई है, इसकी जानकारी ली गई। क्या कई कंपनियों ने उनकी विदेश यात्रा का खर्च उठाया? इस बाबत पूछे गये सवाल का वह कुछ भी स्पष्ट जवाब नहीं दे पाईं।
बता दें कि 18 अक्टूबर को ईडी ने आईएएस संजीव हंस और आरजेडी के पूर्व विधायक गुलाब यादव को गिरफ्तार किया था। उन पर मनी लॉन्ड्रिंग, आय से अधिक संपत्ति से जुड़ा केस है। आरोप है कि संजीव हंस ने बिहार में विभिन्न पदों पर रहते हुए काली कमाई के जरिए अपनी जेब भरी। इसमें गुलाब यादव की भी भूमिका सामने आई है। फिलहाल ईडी मामले की जांच में जुटी है।