इंजीनियरिंग कॉलेज में खुला स्वास्थ्य उपकेंद्र, छात्रों का होगा मुफ्त इलाज
बोले गोपालगंज का असर नहीं, समय और पैसे दोंनों की होगी बचत फोटो भी है कुचायकोट। एक संवाददाता आपके अपने अखबार ‘ हिन्दुस्तान के बोले गोपालगंज अभियान का एक बार फिर असर हुआ है। अब जिले के सिपाया स्थित...

बोले गोपालगंज का असर ‘हिन्दुस्तान ने बोले गोपालगंज अभियान में उठाया था छात्र-छात्राओं की मांग को छात्र-छात्राओं को अब इलाज के लिए भटकने की जरूरत नहीं, समय और पैसे दोंनों की होगी बचत फोटो कुचायकोट। एक संवाददाता आपके अपने अखबार ‘ हिन्दुस्तान के बोले गोपालगंज अभियान का एक बार फिर असर हुआ है। अब जिले के सिपाया स्थित राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं को अब इलाज के लिए दूर भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी। कॉलेज परिसर में ही स्वास्थ्य उपकेंद्र खोल दिया गया है। जहां हर सप्ताह चिकित्सीय जांच और दवा वितरण की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। बोले गोपालगंज अभियान के तहत विगत 22 मार्च को “इंजीनियरिंग कॉलेज में खुले स्वास्थ्य उपकेंद्र शीर्षक से एक खबर प्रकाशित की गई थी।
उस खबर ने महाविद्यालय में पढ़ने वाले लगभग एक हजार छात्रों की उपेक्षित स्वास्थ्य समस्याओं को जनसामान्य और प्रशासन के सामने रखा था। इसमें बताया गया था कि अभियंत्रण महाविद्यालय सुदूर ग्रामीण क्षेत्र में स्थित है, जहां आस-पास कोई भी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तत्काल उपलब्ध नहीं है। किसी भी बीमारी की स्थिति में छात्रों को शहर तक जाना पड़ता है। जिससे न सिर्फ समय और धन की हानि होती थी, बल्कि पढ़ाई भी बाधित होती है। जब ‘हिन्दुस्तान ने इस जमीनी हकीकत को उजागर किया, तब जाकर प्रशासन हरकत में आया। अब स्वास्थ्य उपकेंद्र खोल दिया गया है। प्रशिक्षित नर्स की हुई नियमित तैनाती अब कॉलेज परिसर में हर शनिवार प्रथम पाली में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुचायकोट से चिकित्सक आते हैं, जो छात्र-छात्राओं की स्वास्थ्य जांच करते हैं और आवश्यकतानुसार दवाएं भी वितरित करते हैं। इसके अलावा कॉलेज में एक प्रशिक्षित नर्स की नियमित तैनाती की गई है, जिससे छात्राओं को भी सहूलियत हो गई है। वे अब अपनी परेशानी खुल कर साझा कर पा रही हैं। वहीं सभी विद्यार्थियों को तात्कालिक प्राथमिक उपचार समय पर मिल पा रहा है। पहले छात्र-छात्राओं को इन सुविधाओं के लिए कुचायकोट या गोपालगंज का रुख करना पड़ता था। सार्वजनिक परिवहन की सुविधा सुलभ नहीं होने से उन्हें काफी परेशानी होती थी। भविष्य में मिलेंगी और सुविधाएं कॉलेज प्रशासन का कहना है कि आने वाले समय में इस स्वास्थ्य उपकेंद्र को और सशक्त किया जाएगा। इसके तहत एक स्थायी चिकित्सा अधिकारी की मांग की जाएगी, ताकि छात्र-छात्राओं को और बेहतर सेवा मिल सके। साथ ही स्वास्थ्य जागरूकता शिविर, पोषण अभियान और मानसिक स्वास्थ्य पर कार्यशालाओं का आयोजन भी किया जाएगा। कॉलेज के प्राचार्य डॉ. राम सागर सिंह के मुताबिक स्वास्थ्य उपकेंद्र में 24 घंटे एक एंबुलेंस की भी मांग की जाएगी। उन्होंने बताया कि सिपाया गोपालगंज का शिक्षा केंद्र बन चुका है। इंजीनियरिंग कॉलेज के ठीक बगल में सैनिक स्कूल है। पास ही राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज भी है। स्थास्थ्य उपकेंद्र में 24 घंटे एंबुलेंस सेवा की बहाली से सभी को लाभ होगा। वर्जन यह स्वागतयोग्य पहल है। ‘हिन्दुस्तान ने जिस संजीदगी से इस मुद्दे को उठाया, उससे यह समाधान संभव हो पाया। अब छात्र-छात्राओं को किसी भी आपात स्थिति में भटकना नहीं पड़ेगा और उनका अकादमिक नुकसान भी रुकेगा। -डॉ. राम सागर सिंह, प्राचार्य
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।