लालू ने घुटना टेका, नीतीश ने मारा तमाचा; गिरिराज, शाहनवाज ने RJD को ऑफर पर दिखाया आइना
- गिरिराज सिंह ने कहा कि लालू प्रसाद यादव विधानसभा चुनाव में अपने पार्टी की हार स्वीकार चुके हैं। इसीलिए पिता पुत्र दोनों मिलकर छक्का-पंजा की चाल चल रहे हैं। और नीतीश कुमार ने उनके मुंह पर कड़ा तमाचा लगाया है।
राजद सुप्रीमो लालू यादव के ऑफर पर जारी उहापोह पर नीतीश कुमार ने भले ही विराम लगा दिया लेकिन, सियासी घमासान जारी है। तेजस्वी के दरवाजा बंद और मीसा भारती की सफाई के बाद नरेंद्र मोदी सरकार के कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह और बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनावाज हुसैन ने आरजेडी पर बड़ा हमला किया है। गिरिराज सिंह ने कहा है कि विधानसभा चुनाव में हार के डर से नीतीश कुमार के आगे घुटने टेक दिया है। लेकिन, नीतीश कुमार ने उनके मुंह पर तमाचा लगा दिया है। शाहनवाज हुसैन ने कहा है कि नीतीश कुमार के सहारे लालू यादव चुनाव की वैतरणी पार करना चाहते हैं।
बेगूसराय सांसद और बीजेपी के फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह ने कहा कि लालू प्रसाद यादव विधानसभा चुनाव में अपने पार्टी की हार स्वीकार चुके हैं। इसीलिए पिता पुत्र दोनों मिलकर छक्का-पंजा की चाल चल रहे हैं। और नीतीश कुमार ने उनके मुंह पर कड़ा तमाचा लगाया है। लालू यादव ने हार के डर से नीतीश कुमार के आगे फिर से घुटने टेक दिया है। बता दें कि प्रगति यात्रा के दौरान गोपालगंज और मुजफ्फरपुर में नीतीश कुमार ने दुहराया कि दो बार महागठबंधन के साथ जाकर गलती कर दी। अब उनको छोड़कर पुराने साथी के साथ आ गए हैं। कभी इधर-उधर नहीं करेंगे।
इधर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने भी लालू यादव को आइना दिखा दिया है। उन्होंने कहा है कि अब कुछ भी होने वाला नहीं है। लालू प्रसाद यह मान चुके हैं कि तेजस्वी यादव का कोई भविष्य नहीं है। इसलिए नीतीश कुमार का सहारा लेकर फिर से विधानसभा की वैतरणी पार करना चाहते हैं। लेकिन नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए पूरी तरह से एकजुट है। राजद के लोग जैसा सोचते हैं वैसा कुछ भी नहीं होने वाला है।
इससे पहले लालू प्रसाद की बेटी और पटना सांसद मीसा भारती ने पिता के ऑफर पर सफाई दी। उन्होंने कहा कि लालू जी और नीतीश कुमार आपस में मित्र और भाई जैसे हैं। इस वजह से अपने शब्दों में बात रखते हैं। नीतीश कुमार को ऑफर देने जैसी कोई बात नहीं है। उन्होंने तेजस्वी को स्थापित करने वाले बयान को लेकर सम्राट चौधरी की खिंचाई की। कहा कि सम्राट चौधरी के पिता उन्हें स्थापित नहीं कर पाए तो यह काम लालू जी ने किया। सम्राट चौधरी ने कहा था कि लालू यादव का सबसे बड़ा मकसद है अपने पुत्र तेजस्वी यादव को स्थापित करना।