गया मेट्रो के पहले चरण में 22 किमी का प्रस्ताव, आईआईएम से सन सिटी तक बनेंगे 18 स्टेशन
गया मेट्रो के पहले फेज में 18 और दूसरे फेज में 10 स्टेशन बनाने का प्रस्ताव दिया गया है। पहले चरण में आईआईएम बोधगया से सन सिटी तक 22.60 किलोमीटर लंबे ट्रैक का निर्माण किए जाने की संभावना है। वहीं, दूसरे चरण में
बिहार के गया में मेट्रो रेल परियोजना के पहले चरण के तहत 22.60 किलोमीटर की दूरी में 18 स्टेशन बनाने का प्रस्ताव है। इसमें आईआईएम से बोधगया, गया जंक्शन होते हुए सन सिटी तक मेट्रो लाइन बनाई जाएगी। दूसरे चरण में पहाड़पुर से विष्णुपद होते हुए लखनपुर तक 13.48 किलोमीटर मेट्रो का निर्माण होगा। इसमें कुल 10 स्टेशन होंगे। गया में मेट्रो लाइन के निर्माण पर 7633 करोड़ खर्च होंगे। शुक्रवार को गया कलेक्ट्रेट में रिट्स (रेल इंडिया टेक्नीकल एंड इकोनॉमिक सर्विस कंपनी) के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। गया में मेट्रो का काम शुरू करने से पहले रिट्स को सर्वे की जिम्मेदारी दी गई थी।
नगर विकास और आवास विभाग, गया नगर निगम और पटना मेट्रो रेल कोऑपरेशन लिमिटेड की ओर से आयोजित विचार-विमर्श कार्यक्रम में रिट्स के अधिकारियों ने परियोजना की रुपरेखा रखी। बैठक की अध्यक्षता सहकारिता सह पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रेम कुमार ने की। मौके पर मेयर गणेश पासवान, डीएम डॉ. त्यागराजन के अलावा कई गणमान्य मौजूद रहे।
बेलागंज तक मेट्रो बढ़ाने का सुझाव
इस बैठक में बेलागंज विधायक मनोरमा देवी ने बेलागंज काली मंदिर और कोटेश्वरनाथ तक मेट्रो जोड़ने का सुझाव दिया। बोधगया विधायक कुमार सर्वजीत ने मेट्रो को महाबोधि मंदिर के पास तक पहुंचाने का सुझाव दिया। पूर्व डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव ने कहा कि मेट्रो शहर से दूर न होकर पास से गुजरे तो ज्यादा फायदा होगा। इससे शहर के लोगों को आवागमन में ज्यादा सुविधा होगी। पूर्व बीजेपी अध्यक्ष अनिल स्वामी ने मेट्रो को पटवा टोली तक जोड़ने की बात कही।
एक किलोमीटर पर 250 करोड़ खर्च होंगे
मंत्री प्रेम कुमार ने बताया कि गया में मेट्रो रेल परियोजना पर सभी के अच्छे सुझाव आए हैं। एक किलोमीटर मेट्रो निर्माण पर 250 करोड़ का खर्च आ रहा है। गया मेट्रो का काम दो फेज में होना है। जो सुझाव आए हैं उस पर कंपनी के लोग काम करेंगे। मेट्रो रेल बनने से गया और मगध के साथ-साथ यहां पहुंचने वाले पर्यटकों को बड़ी सुविधा होगी।