कोहिमा से म्यांमार और मिजोरम के आइजोल तक, मुजफ्फरपुर में जब्त AK-47 का रहस्य खंगाल रही NIA
- म्यांमार के मिलीशिया समूह के 10 हथियार तस्करों पर एनआईए ने बीते साल अक्टूबर में चार्जशीट दायर की थी। ये सभी भारत-म्यांमार सीमा पर हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक तस्करी नेटवर्क में सक्रिय रूप से शामिल थे। इसमें म्यांमार के कुछ भगोड़े भी थे।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीम कोहिमा से म्यांमार और मिजोरम के आइजोल तक हथियार व गोला बारूद तस्करी के नेटवर्क को खंगाल रही है। म्यांमार के मिलीशिया समूह का इससे जुड़ाव है। नगालैंड के दीमापुर से मुजफ्फरपुर समेत उत्तर बिहार में एके-47 की तस्करी का नेटवर्क भी म्यांमार के मिलीशिया समूह से जुड़ा है। इस आशंका पर एनआईए की टीम मिजोरम से लेकर नगालैंड और गुवाहाटी तक जांच कर रही है।
म्यांमार के मिलीशिया समूह के 10 हथियार तस्करों पर एनआईए ने बीते साल अक्टूबर में चार्जशीट दायर की थी। ये सभी भारत-म्यांमार सीमा पर हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक तस्करी नेटवर्क में सक्रिय रूप से शामिल थे। इसमें म्यांमार के कुछ भगोड़े भी थे। चार्जशीट में एनआईए ने स्पष्ट किया था कि म्यांमार के विद्रोही मौजूदा शासन के खिलाफ लड़ रहे मिलीशिया समूहों के सशस्त्रत्त् संघर्ष का समर्थन कर रहे हैं। इसके लिए ये बॉर्डर इलाके से हथियार की तस्करी भी कर रहे हैं। एनआईए ने गुवाहाटी स्थित एक विस्फोटक फर्म से हथियारों की सप्लाई के साक्ष्य भी जुटाई थी। म्यांमार-भारत बॉर्डर इलाके के 10 हथियार तस्करों पर कार्रवाई के बाद एनआईए की टीम इस नेटवर्क से जुड़े अन्य हथियार तस्करों का सुराग ढूंढ़ रही थी।
मिलीशिया व उग्रवादी समूह से जुड़ाव
इस बीच दीमापुर से मुजफ्फरपुर में एके-47 सप्लाई का केस भी एनआईए को मिल गया। जब्त एके-47 के बैच नंबर का मिलान करने पर एनआईए के अधिकारियों को सप्लायर अहमद अंसारी के बड़े नेटवर्क से जुड़े होने का सुराग मिला है। उसके दीमापुर स्थित ठिकाने से दो वॉकी टॉकी भी जब्त हुई थी। इससे उसके मिलीशिया व उग्रवादी समूह से जुड़ाव की आशंका जताई जा रही थी। इसलिए अब एनआईए एके-47 तस्करी को उस नेटवर्क से जोड़कर जांच को आगे बढ़ा रही है।
क्या है मामला?
मुजफ्फरपुर पुलिस की टीम ने बीते साल सात मई को जंक्शन के पास से एके-47 के बट और दूरबीन के साथ जैतपुर के पोखरैरा निवासी विकास कुमार और हाजीपुर के अंजानपीर निवासी सत्यम कुमार को गिरफ्तार किया था। इन दोनों की निशानदेही पर कुढ़नी प्रखंड के मनकौली निवासी मुखिया के पुत्र देवमनी कुमार को गिरफ्तार किया। तीनों की निशानदेही पर एके-47, मैगजीन और गोलियां जब्त की गई थीं। तीनों ने पूछताछ में स्पष्ट किया था कि हथियार सप्लायर अहमद अंसारी के माध्यम से दीमापुर से एके-47 को पार्ट-पार्ट करके मुजफफरपुर लाया जाता है। यहां हथियार को एसंबल कर बेचा जाता है। इस केस को पुलिस से लेकर एनआईए को दे दिया गया। अब एनआईए की टीम इस नेटवर्क को खंगाल रही है।