बिहार में कहीं से भी अधिकतम 50 किमी पर फोरलेन हाइवे, विजय सिन्हा ने बताया कहां तक पहुंचा काम
बिहार में सड़क की कनेक्टिविटी आने वाले समय में अधिक सुलभ होने वाली है। राज्य में कहीं से भी अधिकतम 50 किलोमीटर की दूरी पर फोरलेन हाइवे की संपर्कता उपलब्ध होगी। इस योजना पर तेजी से काम चल रहा है।
बिहार में आने वाले समय में किसी भी कोने से अधिकतम 50 किलोमीटर की दूरी पर फोरलेन हाइवे उपलब्ध होगा। राज्य के डिप्टी सीएम सह पथ निर्माण मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने बुधवार को बताया कि इस योजना पर अब तक क्या-क्या हुआ है और आगे क्या होने वाला है। सिन्हा के अनुसार बिहार में 6650 करोड़ की सड़क परियोजनाओं पर काम चल रहा है। लगभग दो हजार करोड़ की योजनाएं निविदा के चरण में हैं। वहीं, 1060 करोड़ रुपये की योजनाएं एकरारनामा के स्तर पर हैं। प्राथमिकता के आधार पर विभाग विजन-2030 पर काम कर रहा है। इसके तहत राज्य के किसी भी हिस्से को 50 किलोमीटर के भीतर किसी न किसी फोरलेन हाइवे तक पहुंच सुलभ कराने पर बल दिया गया है।
डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने बुधवार को विभागीय समीक्षा बैठक में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में पथ निर्माण विभाग की ओर से विभागीय कार्यों को सुसंगत बनाने के लिए यांत्रिक उपभाग को पुनर्गठित करने पर विचार किया जा रहा है। विभाग की कोशिश है कि अभियंताओं के अनुभव और कार्यक्षमता का युक्तिसंगत लाभ लिया जा सके। साथ ही खास विशेषज्ञता रखने वाले अभियंताओं को प्लानिंग, डिजाइन और अनुश्रवण से जोड़कर उनकी दक्षता का लाभ लिया जाएगा।
इस बैठक में केंद्र सरकार के साथ बेहतर तालमेल बनाने पर भी जोर दिया गया। विभाग के एनएच उपभाग को तय समयसीमा के भीतर काम पूरे करने के लिए मुख्य अभियंता स्तर पर साप्ताहि सुनवाई करने का निर्देश दिया गया है। इस व्यवस्था को और सुदृढ करने के लिए 'मॉनिटरिंग एप' विकसित किया जाएगा ताकि वरीय अभियंताओं के क्षेत्र भ्रमण का रिकॉर्ड तथा रियल टाइम प्रगति अपडेट मुख्यालय को मिल सके।
डिप्टी सीएम ने कहा कि सुलभ और संपर्कता के साथ हमारा सुरक्षित कनेक्टिविटी पर भी विशेष जोर है। इसके लिए हर डिवीजन में फुटब्रिज, जगह-जगह पर जेब्रा क्रॉसिंग तथा दृष्टिबाधित राहगीरों के लिए रेज्ड रोड मार्किंग की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है। साथ ही जगह-जगह पर सड़क सुरक्षा मैसेज के साथ गैंट्री साइनबोर्ड भी लगाए जाएंगे। समीक्षा बैठक में विभाग के अपर मुख्य सचिव मिहिर सिंह, सचिव कार्तिकेय धनजी के साथ वरीय अभियंता शामिल हुए।