Flood in Bihar: मोतिहारी के नगर क्षेत्र में घुसा सिकरहना का पानी, दरभंगा-सीतामढ़ी-भागलपुर में दहशत कायम
बाढ़ के कारण सुगौली प्रखंड के बेलवतिया-करमवा रघुनाथपुर सड़क पर आठवें दिन भी आवागमन ठप है। उधर सीतामढ़ी जिले में बाढ़ की स्थिति यथावत बनी हुई है।उधर, दरभंगा में नदियों के जलस्तर में कमी नहीं आने से अब नए इलाकों में बाढ़ का पानी फैल रहा है।
Flood in Bihar: उत्तर बिहार के जिलों से गुजरने वाली नदियों के जलस्तर में उतार-चढ़ाव का दौर जारी है। रविवार को सिकरहना नदी का पानी मोतिहारी के नगर निगम क्षेत्र में प्रवेश कर गया हालांकि यह अभी शहर से लगभग चार किलोमीटर दूर वार्ड-1 के निचले इलाकों में फैल रहा है। स्थानीय मोहल्ला सिंघिया हीवन इसकी चपेट में आ गया है। नदी का पानी बंजरिया प्रखंड से होते हुए वार्ड 1 में घुसा है। दूसरी ओर जिले के बंजरिया प्रखंड कार्यालय जाने वाली सड़क पर सिकरहना नदी का पानी बह रहा
बाढ़ के कारण सुगौली प्रखंड के बेलवतिया-करमवा रघुनाथपुर सड़क पर आठवें दिन भी आवागमन ठप है। दूसरी ओर सीतामढ़ी जिले में बाढ़ की स्थिति यथावत बनी हुई है।उधर, दरभंगा में नदियों के जलस्तर में कमी नहीं आने से अब नए इलाकों में बाढ़ का पानी फैल रहा है। बागमती का जलस्तर बढ़ने से हायाघाट-अशोक पेपर मिल पथ पर डेढ़ फिट तक पानी बह रहा है। इससे हायाघाट प्रखंड मुख्यालय का दरभंगा मुख्यालय आने-जाने का सड़क मार्ग अवरुद्ध हो गया है। हायाघाट और हमुमाननगर प्रखंड के अलावा अब केवटी और बिरौल प्रखंड के गांवों में भी बाढ़ का पानी फैलने लगा है। सीतामढ़ी जिले से होकर बहने वाली नदियों के जलस्तर में गिरावट का दौर जारी है। हालांकि अभी भी बागमती सोनखान व कटौझा में खतरे के निशान से उपर है जबकि लखनदेई का जलस्तर भी स्थिर बना हुआ है।
कोसी में फिर छोड़े गए पानी ने चिंता बढ़ायी
भागलपुर में गंगा और कोसी के जलस्तर में फिलहाल लगातार कमी आ रही है। लेकिन कोसी बराज से फिर पानी छोड़े जाने की सूचना पर नवगछिया इलाके के लोग अब भी दहशत में हैं। कुछ दिन पहले कोसी में आयी बाढ़ के दौरान विस्थापित हुए लोग अभी अपने घरों में नहीं लौट नहीं पाए हैं। अधिकांश जगहों पर गांवों में पानी कम हुआ है, लेकिन पूरी तरह से निकला नहीं है।
इस बीच कोसी में फिर पानी छोड़े जाने की सूचना से लोग दहशत में है कि कहीं पहले वाली स्थिति न हो जाए। जिले में गंगा का जलस्तर फिलहाल लगातार कम हो रहा है। भागलपुर में रविवार को गंगा का जलस्तर 33.11 मीटर दर्ज किया गया। यहां खतरे का निशान 33.68 है। हालांकि संभावना जतायी गई है कि सोमवार को भी गंगा के जलस्तर में कमी आएगी।