Hindi Newsबिहार न्यूज़Five children drowned in Son river two died mourning in family who came to celebrate Chhath

सोन नदी में नहाने गए पांच बच्चे डूबे, दो की मौत; छठ पर्व करने आए परिवार में मातम

भोजपुर जिले के अंधारी गांव में गुरुवार को सोन नदी में नहाने गए पांच बच्चे नदी में डूब गए। इनमें से दो लड़कियों की मौत हो गई, जबकि एक लड़के की तलाश जारी है। अन्य दो बच्चियों को सुरक्षित बचा लिया गया।

Jayesh Jetawat हिन्दुस्तान, आराThu, 7 Nov 2024 02:38 PM
share Share

बिहार के भोजपुर जिले के सहार में गुरुवार को सोन नदी में पांच बच्चे डूब गए। इनमें से दो बच्चों की मौत हो गई, जबकि एक लापता है। वहीं, अन्य दो बच्चों को स्थानीय लोगों ने सुरक्षित बाहर निकाल लिया, जिससे उनकी जान बच गई। यह हादसा चौरी थाना इलाके के अंधारी गांव में हुआ। इस हादसे के बाद छठ पूजा करने रिश्तेदार के यहां आए परिवार में मातम छा गया। लापता बच्चे की तलाश जारी है।

जानकारी के मुताबिक अंधारी निवासी बबन सोनी के पुत्र संतोष सोनी के घर उनका साला इमादपुर निवासी सुरज सोनी और रविंद्र सोनी का परिवार छठ पर्व करने के लिए आया हुआ था। गुरुवार सुबह लगभग 11 बजे संतोष सोनी की 13 साल की बेटी गुड़िया कुमारी, 10 वर्षीय तनु कुमारी और 9 वर्षीय छाया कुमारी, इमादपुर निवासी सूरज सोनी की 13 वर्षीय प्रिया कुमारी, नीशी कुमारी और रविंद्र सोनी का 10 वर्षीय बेटा गोलु कुमार सोन नदी में नहाने गए।

ये भी पढ़ें:सेल्फी के चक्कर में पुल से गिरी युवती की मौत, सारण में डूबने से दो की जान गई

नहाने के दौरान गोलू नदी में डूबने लगा। प्रिया उसे बचाने के लिए गई तो वह भी डूबने लगी। इसके बाद छाया,तनु और गुड़िया कुमारी ने भी उन्हें बचाने का प्रयास किया, तो वे भी डूबने लगे। पांचों बच्चों को डूबता देख स्थानीय लोगों ने गुड़िया, तनु, छाया और प्रिया को बाहर निकाल लिया। जिसमें से छाया एवं प्रिया की मौत हो गई। वहीं गुड़िया एवं तनु को सकुशल बाहर निकाल लिया गया। वहीं, गोलू लापता है, जिसकी खोजबीन की जा रही है।

घटना की सूचना पाकर मौके पर एएसपी के के सिंह, चौरी थानाध्यक्ष विवेक कुमार, अंचलाधिकारी राकेश शर्मा, सहार थानाध्यक्ष दीपक कुमार, जिला परिषद लक्ष्मण सिंह, मुखिया प्रतिनिधि विजय सिंह, विधायक प्रत्याशी राजेन्द्र पाठक,राजद नेता वकील कुमार, पूर्व मुखिया चमकिला पासवान सहित सैकड़ों ग्रामीण पहुंच गए। घटना के बाद परिवार में कोहराम की स्थिति है। उनका छठ पर्व मातम में बदल गया।

अगला लेखऐप पर पढ़ें