मां ने लिया था कर्ज, ब्याज की रकम नहीं चुकाने पर बेटी को मार दी गोली; बाप-बेटा गिरफ्तार
गोली लगने से घायल छात्रा की मां ने आरोपी से 15 हजार का कर्ज ब्याज पर लिया था। दस हजार रुपए चुका दिए थे। कुछ दिनों से सूद की रकम नहीं दे रही थी। इस बात का विवाद चल रहा था। बुधवार की रात बात इतनी बढ़ गई कि गोली चल रही जो मनीषा को लग गई।
बिहार के मुजफ्फरपुर में कर्ज के रूप में लिए 15 हजार रुपये का ब्याज नहीं देने पर सूदखोरों ने 9वीं कक्षा की छात्रा को गोली मार दी। छात्रा की पहचान 16 वर्षिया मनीषा के रूप में की गयी है। मामले में छात्रा के पिता पिंटू जातावाला के आवेदन के आधार पर ब्रह्मपुरा पुलिस ने गुरुवार को एफआईआर दर्ज कर आरोपित पिता-पुत्र को मोतिहारी से गिरफ्तार कर लिया। उनकी निशानदेही पर घर के पीछे से एक पिस्टल, दो कारतूस व दो मैगजीन बरामद की गई है। इसके आलावा, पुलिस ने घटनास्थल से खोखा भी जब्त किया है। घटना संजय सिनेमा रोड मोहल्ले की है। पुलिस गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
नगर डीएसपी-2 विनीता सिन्हा ने बताया कि मामले में पिंटू ने एफआईआर दर्ज करा ब्रह्मपुरा थाना के संजय सिनेमा रोड निवासी शंभु भगत ओर उसका पुत्र रिंकू भगत पर पीड़ित की पुत्री मनीषा को गोली मारने आरोप लगाया। इसके बाद मामले की जांच के लिए टीम गठित की गई। टीम ने मामले में कार्रवाई करते हुए आरोपित पिता-पुत्र को मोतिहारी से गिरफ्तार कर लिया। दोनों से टीम ने पूछताछ की। इस दौरान पता चला कि ब्याज पर दिए गए रुपये की वापसी को लेकर जख्मी छात्रा के परिवार के साथ उनका विवाद चल रहा था। इसके अलावा, आरोपियों को शक था कि उनके खिलाफ छात्रा के परिजन पुलिस को शराब की सूचना दे रहे हैं। इसको लेकर हवाई फायरिंग की गई जो छात्रा को लग गई। नगर डीएसपी-2 ने बताया कि गिरफ्तार दोनों आरोपियों से पूछताछ की गई। उनसे घटना में इस्तेमाल पिस्टल के बारे में पूछा गया। उनकी निशानदेही पर पिस्टल, दो कारतूस और दो मैगजीन को बरामद किया गया।
छह महीने पहले लिया था 15 हजार कर्ज
घटना को लेकर जख्मी छात्रा की मां किरण देवी ने पुलिस को बताया कि छह महीने पहले उसने अपने भाई चंदन के जरिए आरोपित रिंकू की पत्नी से 15 हजार रुपये का कर्ज लिया था। धीरे-धीरे 10 हजार रुपये चुकता कर दिया। पांच हजार रुपये और देने थे। लेकिन, रिंकू की ओर से कर्ज के रुपये का ब्याज मांगा जा रहा था। जबकि, उसका कहना था कि पांच हजार रुपये जो बचे हैं, वह उसे जल्द दे देगी।
पीड़ित परिवार ब्याज का पैसा देने से इंकार कर रहा था। इसको लेकर बुधवार शाम को पहले उसके भाई चंदन से रिंकू की नोकझोंक हुई। इसके कुछ देर बाद रिंकू की पत्नी भी मौके पर पहुंची और बहस करने लगी। इस बीच रिंकू अपने पिता शंभू भगत के साथ आया और फायरिंग शुरू कर दी। वे लोग जान बचाकर अपने घर में घुस गए। मनीषा बाहर ही रह गई। आरोपितों ने उसे गोली मार दी गई। गोली मारने के बाद दोनों मौके से फरार हो गए।
मोबाइल टावर लोकेशन के आधार पर गिरफ्तारी
पिस्टल को आरोपियों ने अपने घर के पीछे ही फेंक दिया था। वारदात के बाद देर रात ही दोनों पिता-पुत्र मोतिहारी फरार हो गए थे। मोबाइल टावर लोकेशन के आधार पर छापेमारी कर दबोचा गया। पूछताछ के बाद दोनों को कोर्ट में पेश किया गया। यहां से जेल भेज दिया गया।