टिकट सबको चाहिए, सीट तो 243 ही हैं; तेजस्वी का कांग्रेस और मुकेश सहनी को सीतामढ़ी से संदेश?
सीतामढ़ी में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि टिकट सबको चाहिए, लेकिन सीटें तो 243 ही हैं। इस बार किसी नेता के कहने पर टिकट नहीं दिया जाएगा। ठोक-ठाककर ऐसा प्रत्याशी चुना जाएगा, जो जनता के बीच रहे। सबको साथ लेकर चले
बिहार चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है , वैसे -वैसे महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर खींचतान बढ़ गई है। महागठबंधन की सहयोगी कांग्रेस जहां 70 से कम सीट पर राजी होती नहीं दिख रही है। वहीं मुकेश सहनी की वीआईपी भी इस बार एक दर्जन से ज्यादा सीटों की आस लगाए बैठी है। इस बीच आज सीतमाढ़ी में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने खुले मंच से अपने इरादे जाहिर कर दिए हैं।
तेजस्वी यादव ने कहा कि टिकट सबको चाहिए, लेकिन सीटें तो 243 ही हैं। इस बार किसी नेता के कहने पर टिकट नहीं दिया जाएगा। ठोक-ठाककर ऐसा प्रत्याशी चुना जाएगा, जो जनता के बीच रहे। सबको साथ लेकर चले, लालू जी की पार्टी आरजेडी की विचारधारा को मजबूत करे। ऐसे लोगों को टिकट देने का काम करेंगे। अगर कोई नेता कहता है कि इसको टिकट देना, उसको देना, तो बता दें तेजस्वी पर सरकार बनाने की जिम्मेदारी है। ऐसे में किसी नेता के कहने पर टिकट नहीं देंगे। जनता से अपील करते हुए कहा कि पुराने मॉडल वाली सरकार को हटाना है।
आपको बता दें महागठबंधन में कांग्रेस इस बार बैकफुट पर पीछे रहने के मूड में नहीं है। और 70 से कम सीटों पर चुनाव नहीं लड़ेगी। वहीं आरजेडी सूत्रों की मानें तो पिछले चुनाव में कांग्रेस का परफॉर्मेंस बेहद साधारण था। 70 सीटों में महज 19 सीटें जीती थी। ऐसे में पुराने प्रदर्शन के आधार पर आरजेडी इस बार कांग्रेस को 35- 40 सीटों से ज्यादा देने का मूड में नहीं है। वहीं वाम दलों को 2020 के विधानसभा चुनाव के मुकाबले ज्यादा सीटें मिल सकती हैं। बिहार को लेकर कांग्रेस इस बार पूरी तरह एक्टिव है। पहले राहुल गांधी और अब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे बक्सर दौरे पर आ सकते हैं। वहीं बिहार कांग्रेस के नेता भी साफ कर चुके हैं कि गठबंधन में कोई छोटा-बड़ा भाई नहीं होता है। वहीं मुकेश सहनी भी 40 से ज्यादा सीटें जीतने का दावा कर चुके हैं। डिप्टी सीएम की कुर्सी पर भी दावा ठोंक चुके हैं। ऐसे में सीट बंटवारे को लेकर तेजस्वी ने अपनी मंशा खुले मंच से जाहिर कर दी है।