वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के इलाके में हाथियों का आतंक, तीन घरों को तोड़ा, बाल-बाल बचे गृहस्वामी
मानपुर वन रेंज के रेंजर रूपा सिन्हा ने बताया कि हाथी का सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया। रेंजर ने बताया कि जमुनिया स्थित हाथी पुनर्वास केंद्र में हाथी सोया हुआ है। हाथी पर वन विभाग की पैनी नजर है।वही लोगों को हाथियों सहित अन्य जंगली जानवरों से बचाव को लेकर जागरूक भी किया जा रहा है।
बिहार के वाल्मीकि टाइगर रिजर्व से सटे मानपुर वन क्षेत्र में हाथियों का तांडव थमने का नाम नहीं ले रहा है। विगत तीन दिनों से भंगहा और मानपुर थाना क्षेत्र के गांवों में हाथियों ने उत्पात मचा रखा है। मंगलवार की रात पुरैनिया में उत्पात मचाने के बाद अगले दिन बुधवार के अर्द्ध रात्रि मानपुर थाना क्षेत्र के ही डमरापुर पंचायत के दोरहम नदी के किनारे अवस्थित बिरंची तीन गांव के वार्ड नंबर एक में दो हाथियों ने नारायण पोद्दार के करकटनुमा घर को ध्वस्त कर दिया।
हाथियों के चिघाड़ने और घर ठहने की आवाज पर बगलगीर मिताई मलिक जगे तो देखा कि दो हाथी नारायण पोद्दार के करकटनुमा घर को ढाह रहे हैं। मिताई मललिक ने हो हल्ला करते हुये नारायण पोद्दार को आवाज़ देकर घर से निकाला। उसके बाद हो हल्ला पर काफी संख्या में ग्रामीण जुटे। मौके पर पहुंचे ग्रामीण शिबू कुंडू, मिताई मललिक, संजय केसारी, रंजन घोष, पबीर हलदार, प्रकाश पोद्दार,कृष्णा पोद्दार सहित काफी संख्या में लोगों ने टार्च जला लाठी का भय दिखा हाथियों को गांव में से भगाया। तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली।
गृहस्वामी के पुत्र कृष्णा पोद्दार ने मानपुर पुलिस और वन विभाग को सूचित किया। उसी समय मानपुर पुलिस और वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंच कर मामले की जांच की। हाथियों के उत्पात से मानपुर और भंगहा थाना क्षेत्र अंतर्गत जंगल से सटे गांव के लोगों में दहशत का आलम है। शाम होते ही लोग अपने अपने घरों में कैद हो जा रहे है। किसानों ने खेतों की ओर जाना छोड़ दिया है जबकि अभी रबि फसलों की बुआई का समय है।
मानपुर वन रेंज के रेंजर रूपा सिन्हा ने बताया कि हाथी का सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया। रेंजर ने बताया कि जमुनिया स्थित हाथी पुनर्वास केंद्र में हाथी सोया हुआ है। हाथी पर वन विभाग की पैनी नजर है।वही लोगों को हाथियों सहित अन्य जंगली जानवरों से बचाव को लेकर जागरूक भी किया जा रहा है। लोगों से अपील की जा रही है कि हाथी सहित कोई भी जानवर कहीं भी दिखे तो बिना नुकसान पहुंचायें अविलंब वन कार्यालय को सूचित करें।वन विभाग बिना जान-माल की क्षति हुये जानवरों का रेस्क्यू करेगा। वहीं रेंजर ने बताया कि हाथी से हुये नुकसान के बारे में आवेदन करने पर जांच कर वन विभाग मुआवजा देगा।