ना नीतीश का डर, ना मोदी का खौफ; ED चार्जशीट में संजीव हंस पर दिल्ली से पटना तक भ्रष्टाचार के आरोप
आईएएस संजीव हंस के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कोर्ट में दायर चार्जशीट में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कहा है कि बिहार सरकार में तैनाती और केंद्र सरकार में प्रतिनियुक्ति के दौरान अपने पदों का इस्तेमाल करके हंस ने भ्रष्टाचार किया और अकूत संपत्ति बनाई। 2000 पेजों की चार्जशीट ईडी ने दाखिल की है।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को आईएएस अधिकारी संजीव हंस, पूर्व राजद विधायक गुलाब यादव, पुष्पराज बजाज, सादाब और तीन कंपनियों के खिलाफ 2000 पन्नों की सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की है। जिसमें ईडी ने संजीव हंस पर 2018 -2023 की अवधि के दौरान बिहार सरकार में तमाम प्रमुख पदों और केंद्रीय प्रतिनियुक्तियों पर रहते हुए भ्रष्ट आचरण में लिप्त होकर अकूत संपत्ति कमाने का आरोप लगाया है।1997 बैच के आईएएस अधिकारी और पूर्व विधायक गुलाब यादव दोनों 18 अक्टूबर से न्यायिक हिरासत में हैं। हंस को पटना से जबकि गुलाब यादव को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था।
पटना की विशेष पीएमएलए अदालत में दायर आरोप पत्र में सुभाष यादव, परवीन चौधरी को भी सह-अभियुक्त के तौर पर शामिल किया गया है। आरोप पत्र में गवाहों के बयान, जब्त किए गए दस्तावेज़ और पूछताछ के रिकॉर्ड शामिल हैं। कोर्ट अब सुनवाई के लिए तारीख तय करेगी और आरोपियों को समन जारी करेगी। ईडी की पटना टीम ने मनी लांड्रिंग के मामले में आईएएस अधिकारी संजीव हंस और उनसे जुड़े अन्य लोगों की सात अचल संपत्तियों को अस्थायी रूप से जब्त किया है। जब्त अचल सम्पत्ति की कीमत लगभग 23.72 करोड़ रुपये है।
जानकारी के अनुसार जब्त सम्पत्तियों में नागपुर के तीन भूखंड, दिल्ली स्थित एक-एक फ्लैट और जयपुर के तीन फ्लैट शामिल हैं। ईडी के अनुसार आपराधिक गतिविधि के ज़रिए आय से अधिक ये संपत्तियां अर्जित की गई हैं। सम्पत्ति जब्ती की यह कार्रवाई संजीव हंस और उनके सहयोगी प्रवीण चौधरी, पुष्पराज बजाज और उनके परिवार के सदस्यों के विरुद्ध की गई हैं। यह कारवाई पीएमएलए, 2002 के प्रावधानों के तहत की गई है।
मालूम हो कि आईएएस अधिकारी संजीव हंस और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर ईडी द्वारा स्वतंत्र रूप से जांच और पूछताछ की कार्रवाई की जा चुकी है। ईडी की टीम ने पिछले दिनों दिल्ली, गुड़गांव, कोलकाता, जयपुर और नागपुर में आईएएस अधिकारी संजीव हंस और अन्य के 13 ठिकानों पर छापे मारे थे। इस दौरान कई दस्तावेज जब्त किये गये थे। ईडी संजीव हंस की पत्नी से पूछताछ कर चुकी है।
धनशोधन निवारण अधिनियम के तहत चारों अभियुक्त बेऊर जेल में बंद हैं। ईडी ने हंस को पटना और गुलाब यादव को दिल्ली से 18 अक्टूबर को गिरफ्तार किया था। माना जा रहा है कि ईडी अन्य आरोपितों के खिलाफ जल्द पूरक चार्जशीट भी दायर करेगा।