34 जमीनों के दस्तावेज, 29 बैंक खाते, पटना में फ्लैट; सरकारी इंजीनियर की संपत्ति देख अधिकारी भी दंग
निगरानी की छापेमारी के इंजीनियर जंग बहादुर के घर से 2 लाख 14 हजार रुपये नकद, जंग बहादुर एवं उनके परिजनों के नाम से 29 बैंक खातों के पासबुक, चेकबुक, कई वाहनों के होने के साक्ष्य भी मिले हैं। इसके अलावा पटना में फ्लैट भी पाए गए है।
बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड, पटना के एक्सटर्नल प्रोजेक्ट डिविजन में तैनात प्रोजेक्ट इंजीनियर जंग बहादुर सिंह के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में गुरुवार को शुरू हुई निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की छापेमारी शुक्रवार की सुबह तक जारी रही। विभिन्न ठिकानों से 34 जमीनों की खरीद के दस्तावेज मिले। वहीं, 21 लाख रुपये के सोने व चांदी के आभूषण, अभियुक्त एवं उनकी पत्नी के पीपीएफ में 85 लाख रुपये निवेश की जानकारी मिली है।
शुक्रवार को निगरानी अन्वेषण ब्यूरो द्वारा जारी सूचना के अनुसार, छापेमारी के क्रम में 2 लाख 14 हजार रुपये नकद, जंग बहादुर एवं उनके परिजनों के नाम से 29 बैंक खातों के पासबुक, चेकबुक, कई वाहनों के होने के साक्ष्य भी मिले हैं। इनके अतिरिक्त, पटना स्थित वेदनगर रूपसपुर मुहल्ले में 3 मंजिला आलिशान भवन और पुनाईचक के रामगोविंद इन्कलेव में इनके नाम से फ्लैट भी पाए गए है। निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के अनुसार, प्रोजेक्ट मैनेजर जंग बहादुर सिंह के विरुद्ध 89 लाख 06 हजार 822 रुपये का प्रत्यानुपातिक धनार्जन का प्रथम दृष्टया साक्ष्य पाए जाने पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है। जब्त दस्तावेजों के आधार पर ब्यूरो की जांच टीम द्वारा आगे की कार्रवाई की जा रही है।
निगरानी के डीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि छापेमारी पटना में सरदार पटेल मार्ग स्थित जंग बहादुर सिंह के दफ्तर, रूपसपुर थाना अंतर्गत पुनाईचक के वेदनगर इलाके में स्थित उनके फ्लैट और बक्सर जिले के मुफस्सिल थाना अंतर्गत दुधानी गांव में उनके पैतृक घर पर एक साथ की गई। जानकारी मिली है कि उन्होने अपने और अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर पटना और बक्सर में करोड़ों की जमीन और फ्लैट खरीदे हैं। गंगवार ने कहा, 'सूचना के आधार पर विजिलेंस टीम ने आरोपों की गुप्त जांच की। शुरुआती जांच में आरोपियों के खिलाफ आरोप प्रथम दृष्टया सही पाए गए। उन्होंने कहा कि अदालत से तलाशी वारंट प्राप्त किया गया और आरोपियों से जुड़े विभिन्न ठिकानों पर कार्रवाई करने के लिए चार तलाशी टीमें बनाई गईं। तलाशी गुरुवार शाम पांच बजे के बाद शुरू हुई और शुक्रवार सुबह तक जारी रही।