बिहार में प्रदर्शन के आधार पर होगी डीएम की रैंकिंग, खराब जिलों में कलेक्टर पर कड़ाई होगी
बिहार में सभी जिलाधिकारियों रैंगिंग अब प्रदर्शन के आधार पर तय होगी। इस संबंध में मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा ने मंगलवार को सभी विभागों के प्रधान के साथ हुई उच्चस्तरीय बैठक में यह निर्देश दिया। साथ ही विकास योजनाओं के कार्यान्वयन में भी तेजी आने को कहा है।
सूबे के सभी जिलाधिकारियों की परफार्मेंस रैंकिंग होगी। उनके कार्यों के अनुसार उन्हें रैकिंग दी जाएगी। मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा ने मंगलवार को सभी विभागों के प्रधान के साथ हुई उच्चस्तरीय बैठक में यह निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की विकास योजनाओं और कल्याणकारी योजनाओं का लाभ आम लोगों तक पहुंचे, यह हर हाल में सुनिश्चित होना चाहिए। अब बिहार में डीएम की रैंगिंग परफॉर्मेंस के आधार पर तय होगी। जिस जिले का प्रदर्शन खराब होगा। वहां के डीएम पर एक्शन भी होगा।
बैठक के बाद मुख्य सचिव ने बताया कि जिलाधिकारियों की रैंकिंग में तमाम पहलुओं को ध्यान में रखा जाएगा। उनके प्रदर्शन के ऑब्जेक्टिब को आधार बनाया जाएगा। इसके लिए संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिये गये हैं। खराब प्रदर्शन करने वाले जिलों में कड़ाई की जाएगी। इससे बेहतर करने की प्रेरणा भी मिलेगी। साथ ही विकास योजनाओं के कार्यान्वयन में भी तेजी आएगी। मुख्य सचिव का पदभार संभालते ही अमृतलाल मीणा फुल एक्शन में हैं।
इससे पहले एक बैठक में मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने सभी जिलाधिकारियों को विकास दूत बनने को कहा था। सोमवार को मुख्य सचिव वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलाधिकारियों के साथ रूबरू थे। पदभार ग्रहण के बाद पहले दिन के उन्होंने जिलाधिकारियों व विभागाध्यक्षों के साथ औपचारिक बातचीत की।
मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा विकास के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं और कार्यक्रम चलायी जा रही हैं। इनमें विकास योजनाओं के साथ-साथ कल्याणकारी योजनाएं शामिल हैं। सरकार द्वारा चलायी जा रही सभी प्रकार के विकास व कल्याणकारी कार्यों में जिलाधिकारी अपने जिले में लीड लेकर काम करें। उन्होने जिलाधिकारियों को कहा कि अगले एक साल में उनके जिले में सरकार के जितने भी काम शुरू हुए हैं, उनके कार्यान्वयन में वे लीडर की भूमिका निभाएं।
सीएस अमृत मीणा कह चुके हैं। वो दफ्तर में बैठकर नहीं बल्कि फील्ड में उतरकर काम करेंगे। हाल ही में जुमई में अधिकारियों के साथ बैठक में उन्होने कहा कि वैसे तो बिहार विकास में अग्रणी है। लेकिन इस विकास की रफ्तार को और तेज करना होगा। यहां की प्रशासनिक व्यवस्था संतोषप्रद है। स्वास्थ्य, शिक्षा,बिजली,पेयजल,सड़क,सिंचाई,नली-गली जैसी मूलभूत सुविधाओं को और अधिक बेहतर करना भी प्राथमिकता होगी। विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों के कार्यान्वयन पर जोर दिया और इसको गति देने के लिए प्रभावी प्रयासों के संबंध में रचनात्मक सुझाव दिए थे।
उन्होंने कहा कि वह जल्द ही अधिकारियों के साथ बैठक कर योजनाओं के प्रगति की समीक्षा करेंगे और जरूरत के मुताबिक रणनीति बनाएंगे। बेरोजगारी की समस्या को दूर करने का भी खाका तैयार कर काम करेंगे। उन्होंने कार्य प्रणाली में नवीनता लाने , प्रौद्योगिकी का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करने और जवाबदेही को गंभीरता से लेने का पाठ पढ़ाया। कार्यों को सुचारू ढ़ंग से संचालित करने के लिए अधिकारियों से यथोचित सहयोग मांगा।
वह प्रदेश को बहुत कुछ देना चाहते हैं। इसके लिए भरपूर प्रयास करेंगे। वह पहले भी यहां कई जिम्मेदार पदों पर रह चुके हैं। उनको यहां की ब्यूरोक्रेसी पर पूरा भरोसा है। जल्द ही प्रदेश का दौरा करने के बाद विकास का ब्लू प्रिंट तैयार कराकर काम शुरू कराएंगे। उन्होंने अधिकारियों को योजनाओं को तय समय-सीमा में उच्च गुणवत्ता के साथ पूरा कराने और सतत निगरानी करने का निर्देश दिया।
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