बिहार में आफत की आशंका, भारी बारिश और कोसी से सर्वाधिक पानी का डिस्चार्ज; अफसरों की छुट्टियां रद्द
खासकर उत्तर बिहार के लिए अगले कुछ घंटे भयावह हो सकते हैं। कोसी और गंडक नदी से सालों बाद भरपूर पानी आया है। बिहार में भारी बारिश की आशंका भी है। बाढ़ के खतरे को देखते हुए जल संसाधन विभाग के अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं।
बिहार में अगले कुछ घंटों के भीतर भारी आफत का अंदेशा जताया जा रहा है। नेपाल में भारी बारिश के बाद कोसी बराज से शनिवार को 6.81 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने की आशंका है, जो कि बीते 56 साल में सबसे ज्यादा है। गंडक नदी से भी 21 साल बाद 6 लाख क्यूसेक पानी आने की आशंका है। ऐसे में खासकर उत्तर बिहार के इलाकों में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है। दूसरी ओर, मौसम विभाग ने अगले चार दिनों तक बिहार में भारी बारिश की चेतावनी भी जारी की है, इससे खतरा और बढ़ गया है।
आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से संबंधित जिलों को अलर्ट किया है। जल संसाधन विभाग ने देर रात सभी इंजीनियरों और पदाधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दीं। तटबंधों की 24 घंटे निगरानी की जा रही है। कोसी और गंडक तटबंधों के आसपास रहने वाले लोगों को सुरक्षित जगहों पर जाने के लिए कहा गया है।
जल संसाधन विभाग की ओर से शुक्रवार देर शाम आपात बैठक बुलाई गई। इसमें विभाग के प्रधान सचिव संतोष मल्ल ने सभी डीएम को भी अलर्ट रहने को कहा। देर रात तक विभाग खुला रहा और नदियों मॉनिटरिंग होती रही। जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी ने शुक्रवार को कहा कि अगले 48 घंटे तक हाई अलर्ट घोषित किया गया है।
दूसरी ओर, आपदा प्रबंधन विभाग ने शनिवार से अत्यधिक बारिश को लेकर भी अलर्ट जारी किया है। इसमें अधिकतर जिले उत्तर बिहार और कोसी एवं सीमांचल इलाके के हैं। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार अगले चार दिनों तक तेज बारिश होने के आसार हैं। आपदा प्रबंधन विभाग ने कहा है कि भारी बारिश के चलते राज्य के 13 जिलों में अगले 24 घंटे के लिए बाढ़ की आशंका है। ऐसे में इन जिलों के डीएम आपात स्थिति से निपटने के आवश्यक इंतजाम कर लें।