4 दिनों तक साइबर फ्रॉड की कैद में रहे प्रोफेसर, 5 FD तुड़वाकर ठगा 14 लाख; ED के नाम पर धमकाया
साइबर अपराधियों ने एक रिटायर प्रोफेसर को चार दिनों तक डिजिटल अरेस्ट कर रखा और उनसे 14 लाख 33 हजार 487 रुपये ठग लिये। घटना की सूचना मिलने पर साइबर थाने की पुलिस ने प्रोफेसर को थाने बुलाया और मामले में प्राथमिकी दर्ज की गयी।
बिहार के नवादा जिले डिजिटल अरेस्ट कर ठगी का बड़ा मामला सामने आया है। साइबर अपराधियों ने एक रिटायर प्रोफेसर को चार दिनों तक डिजिटल अरेस्ट कर रखा और उनसे 14 लाख 33 हजार 487 रुपये ठग लिये। घटना की सूचना मिलने पर साइबर थाने की पुलिस ने प्रोफेसर को थाने बुलाया और मामले में प्राथमिकी दर्ज की गयी। पीड़ित कामता प्रसाद सिंह जिले के रजौली थाना क्षेत्र के अमावां गांव के रहने वाले हैं। वे एक इंजीनियरिंग कॉलेज के रिटायर प्रोफेसर बताये जाते हैं।
अपराधियों ने उन्हें वाट्सएप पर कॉल कर खुद कर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का एक अधिकारी बताया और कहा कि उनके नाम पर कई फ्रॉड दर्ज हैं। अपराधियों ने प्रोफेसर को धमकाया कि रुपये उसके अकाउंट में ट्रांसफर करे अन्यथा वे लोग उसे गिरफ्तार कर लेंगे। प्रोफेसर में तीन दिनों में पांच फिक्सड डिपोजिट तोड़कर अपराधियों द्वारा बताये गये खाते में रुपये ट्रांसफर कर दिये।
24 से 27 दिसंबर तक रखा डिजिटल अरेस्ट
अपराधियों ने 24 दिसम्बर को प्रोफेसर को वाट्सएप कॉल किया और उन्हें 27 दिसम्बर तक डिजिटल अरेस्ट कर रखा। इस बीच अपराधियों की ओर से ईडी और सीबीआई के अलावा महाराष्ट्र पुलिस बनकर अपराधियों ने प्रोफेसर से बातचीत की और फोन बंद करने अथवा उनकी बात नहीं मानने पर उन्हें तुरंत गिरफ्तार करने की धमकी दी। इससे पूर्व अपराधियों ने प्रोफेसर से ईडी का अधिकारी बनकर उनसे उनका आधार कार्ड, पैन कार्ड व बैंक अकाउंट डिटेल ले लिया। आधार कार्ड से उनका फोटो स्कैन कर उनके नाम से उनका फोटो लगा वारंट दिखाकर अपराधियों ने कहा कि उनके विरुद्ध उनके मोबाइल नंबर से कई फ्रॉड किये गये हैं। उनके विरुद्ध 15 मामले विभिन्न राज्यों में दर्ज हैं। वे यदि पैसे उनके नाम ट्रांसफर करेंगे, तभी बच सकते हैं। अन्यथा वे लोग उसे तुरंत गिरफ्तार कर लेंगे। इस बीच कम से कम चार-पांच अपराधियों ने उनसे बातचीत की।
साइबर पुलिस को फोन पर सूचना मिली
14 लाख से अधिक रकम हड़पने के बाद भी अपराधियों का जब मन नहीं भरा तो उनलोगों ने और पैसों की मांग की। इसके बाद प्रोफेसर कोडरमा से पैसे लाने गये। इस बीच उनकी बेटी ने नवादा की साइबर पुलिस को फोन कर घटना की जानकारी दी। जानकारी मिलते ही साइबर डीएसपी ने प्रिया ज्योति ने प्रोफेसर को बिना कुछ बताये नवादा साइबर थाने बुलाया और उन्हें और ठगे जाने से बचा लिया। थाने में डीएसपी ने प्रोफेसर से अपराधियों से बातचीत करने के लिए कहा। कुछ देर तक तो अपराधियों ने साइबर डीएसपी के सामने उनसे बातचीत की। परंतु बाद में शक होने पर अपराधियों ने कॉल डिस्कनेक्ट कर दिया।
साइबर थाने में मामला दर्ज
इस मामले में रिटायर प्रोफेसर कामता प्रसाद सिंह की शिकायत पर नवादा साइबर थाने में 27 दिसम्बर को साइबर अपराधियों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है। दर्ज साइबर थाना कांड संख्या 79/24 में प्रणय कुमार राउल व अन्य को आरोपित किया गया है। प्रणय के हैदर नगर स्थित कोटक बैंक के अकाउंट में प्रोफेसर द्वारा रुपये ट्रांसफर किये गये थे। प्राथमिकी में धोखाधड़ी व आईटी एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप लगाये गये हैं। प्राथमिकी दर्ज करने के बाद साइबर थाने की पुलिस एक्टिव मोड में आ गयी है और प्रोफेसर से ठगी गयी राशि को अपराधियों के संबंधित अकाउंट में होल्ड कराने की प्रक्रिया में जुट गयी है।
क्या कहते हैं अधिकारी?
साइबर अपराधियों ने एक रिटायर प्रोफेसर को डिजिटल अरेस्ट कर 14.33 लाख रुपये ठग लिये। सूचना पर पुलिस एक्टिव हुई और प्रोफेसर को थाने बुलाकर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी। जिले में डिजिटल अरेस्ट का यह पहला मामला है। अग्रेतर कार्रवाई की जा रही है।- प्रिया ज्योति, साइबर डीएसपी सह एसएचओ।