जमीन सर्वे, स्मार्ट मीटर पर भाकपा माले ने नीतीश सरकार को घेरा; गरीबों के साथ बताया छलावा
बदलो बिहार न्याय सम्मेलन के जरिए भाकपा माले ने पटना के मिलर स्कूल मैदान में हुंकार भरी। कई मुद्दों पर नीतीश सरकार को घेरा, और कहा कि जमीन सर्वे और स्मार्ट मीटर गरीबों के साथ छलावा है। बिहार अब सरकार बदलने के साथ न्याय मांग रहा है।
बदलो बिहार न्याय सम्मेलन के जरिए भाकपा माले ने विधानसभा चुनाव और एनडीए सरकार बदलने की हुंकार भरी। पटना के मिलर स्कूल मैदान में रविवार को हुए सम्मेलन में माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने बिहार की एनडीए सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार बदलने के साथ ही न्याय मांग रहा है। बिहार के लोग अब बदलाव के मूड में हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में भूमि सर्वे सुधार के लिए नहीं बल्कि गरीबों-किसानों की जमीन छीनने के लिए हो रहा है। गरीबों-किसानों से जमीन लेकर बड़ी-बड़ी कंपनियों को दे दी जाएगी। इसलिए पहले गरीबों को पर्चा दो तब भूमि सर्वे हो।
उन्होंने कहा कि स्मार्ट मीटर की कहानी कुछ और ही कह रही है। बिजली कंपनी के सीएमडी जेल में हैं। वहां भ्रष्टाचार की कहानी है। आर्थिक सर्वे के बाद भी गरीबों को छह हजार रुपये नहीं मिल रहे हैं। गया, छपरा, नवादा सब जगह दलितों के साथ अत्याचार बढ़ रहा है, मांझी और चिराग केंद्र में मंत्री बने हुए हैं। महिलाएं चाहें जीविका दीदी हों या आंगनबाड़ी सेविका या फिर रसोइया, सबके सब आंदोलन पर मजबूर हैं।
उन्होंने कहा कि जनता के पैसे से हवाई अड्डे बन रहे हैं, हवाई अड्डा बनने के बाद इसे अडानी को दे दिया जाएगा। एक्सप्रेस बनाकर टोल वसूलने के लिए कंपनियों को दे दिया जाएगा। बिहार की जनता को क्या मिलेगा, क्या इससे पलायन रुक जाएगा। बदलो बिहार न्याय यात्रा की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि राज्य के सभी तबके के लोगों का समर्थन मिला है।
इससे पहले शनिवार को झारखंड चुनाव को लेकर माले महासचिव ने कहा था कि झारखंड में इंडिया गठबंधन में जिस प्रकार का समझौता होना चाहिए था वह नहीं हुआ। झामुमो और कांग्रेस ने एकतरफा सीटों की घोषणा कर दी है। अभी नामांकन का दौर चल रहा है। हमें उम्मीद है कि नामांकन वापसी तक इंडिया गठबंधन के बीच पूर्ण सहमति बन जाएगी। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से लोकसभा चुनाव में दक्षिण बिहार में भाजपा गठबंधन को करारी हार मिली थी, उपचुनाव में भी इस गठबंधन को हार मिलेगी।