अभ्यर्थी, सेटर और स्कॉलर सब रडार पर, NEET पेपर लीक में सीबीआई की दूसरी FIR
- ये सभी बॉयोमेट्रिक जांच में पकड़े गए थे। इसे लेकर स्कूल के प्राचार्य अश्विनी कुमार सिंह ने पूर्णिया के मधुबनी थाना में उसी दिन एक लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। इसमें 8 छात्रों का उल्लेख किया गया था।
बहुचर्चित नीट (यूजी) परीक्षा-2024 में हुई धांधली एवं पेपरलीक मामले की जांच कर रही सीबीआई ने एक और प्राथमिकी दर्ज की है। पूर्णिया के एक परीक्षा केंद्र में हुई गड़बड़ी के मामले में दर्ज इस प्राथमिकी में आठ लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है। इसमें अभ्यर्थी से लेकर सेटर और दूसरे के बदले परीक्षा में बैठने वाले (इंजन) तक शामिल हैं। सीबीआई ने पूर्णिया के एसआरडीएवी पब्लिक स्कूल के प्राचार्य की शिकायत पर यह प्राथमिकी दर्ज की है। इस स्कूल में परीक्षा केंद्र बनाया गया था। यहां 5 मई 2024 को आयोजित परीक्षा में कुछ छात्र ऐसे पकड़े गए थे, जो दूसरे के स्थान पर बैठकर परीक्षा देने की जुगत में थे।
ये सभी बॉयोमेट्रिक जांच में पकड़े गए थे। इसे लेकर स्कूल के प्राचार्य अश्विनी कुमार सिंह ने पूर्णिया के मधुबनी थाना में उसी दिन एक लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। इसमें 8 छात्रों का उल्लेख किया गया था। सीबीआई ने अपनी प्राथमिकी में इसी को आधार बनाया है। सीबीआई की दूसरी एफआईआर के अनुसार, 4 उम्मीदवारों के स्थान पर अन्य लोग परीक्षा दे रहे थे।
23 जून को दर्ज हुई पहली प्राथमिकी
मामले का खुलासा होने के बाद बिहार की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने एफआईआर दर्ज करते हुए मामले की तफ्तीश शुरू कर दी थी। इसके तार कई राज्यों में फैले पाए गए और हंगामा बढ़ने के बाद इस मामला की जांच जून 2024 में सीबीआई को सुपुर्द कर दी गयी। इसके बाद केंद्रीय जांच एजेंसी ने 23 जून, 2024 को पहली एफआईआर दर्ज मामले की जांच शुरू कर दी।जो अब तक जारी है।
करीब दो दर्जन लोगों की अब तक गिरफ्तारी भी हुई
एसआरडीएवी पब्लिक स्कूल के प्रिंसिपल की लिखित शिकायत के मुताबिक, 5 मई को आयोजित मेडिकल प्रवेश परीक्षा में 4 फर्जी उम्मीदवारों ने असली उम्मीदवारों की जगह परीक्षा दी। इसमें कई करीब दो दर्जन लोगों की अब तक गिरफ्तारी भी हुई है। इसमें भोजपुर के नीतीश कुमार ने मुजफ्फरपुर के आशीष कुमार की जगह परीक्षा दी थी। जालोर (राजस्थान) के कमलेश कुमार ने सीवान के धीरज प्रकाश की जगह, बेगूसराय के सौरभ कुमार ने सीतामढ़ी के तथागत कुमार के स्थान पर और सीतामढ़ी के मयंक चौधरी ने मुजफ्फरपुर के दीपक कुमार सिंह की जगह परीक्षा दी थी।
इस मामले में अभी आगे की तफ्तीश जारी है।